मंडल कारा में बंद माओवादी बंदियों ने की भूख हड़ताल

By Edited By: Publish:Tue, 29 Jul 2014 09:12 PM (IST) Updated:Tue, 29 Jul 2014 09:12 PM (IST)
मंडल कारा में बंद माओवादी बंदियों ने की भूख हड़ताल

जागरण संवाददाता, छपरा : प्रदेश के औरंगाबाद व रोहतास जिले में हुई गोली कांड के विरोध में छपरा मंडल कारा में बंद डेढ़ दर्जन माओवादी मंगलवार को भूख हड़ताल पर रहे।

एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे बंदियों का आरोप था कि राज्य में दमन, शोषण व उत्पीड़न जारी है। बिहार के मुखिया पद पर बदलाव होने से लोगों के बीच एक उम्मीद जगी थी, लेकिन वर्तमान समय में भी व्यवस्था में सुधार नहीं हो सका है। राज्य में लगातार कोई न कोई आपदा, बीमारी, प्रकोप, बाढ़-सुखाड़ एवं विभिन्न घटनाएं हो रही है। फिर भी बिहार सरकार एवं पुलिस प्रशासन इसे रोकने की नीति पर काम नहीं कर रही है। बंदियों ने कहा कि औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र में एक बच्चा तथा महिला एवं रोहतास जिले के कनौदी में दो लोगों की मौत से पता चलता है कि व्यवस्था में अब भी सुधार नहीं हो सका है। इसके अलावे राज्य के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति है तो कहीं सूखे की स्थिति है। प्रतिदिन घटनाएं घट रही है, लेकिन राज्य के सभी संगठन, समाजसेवी संस्थाएं भी चुप है। बंदियों ने औरंगाबाद व रोहतास में मरे लोगों के आश्रितों को दस-दस लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की। भूख हड़ताल पर बैठे बंदियों में सुरेश राय उर्फ शुभम कुमार, आतिश कुमार, दारोगा राम, राम बहादुर महतो, राजेश राय, पंकज राय, नागेन्द्र राय, धर्मेन्द्र सहनी, शैलेन्द्र राय, रामभगत राय, अनन्त राम, रवि कुमार आदि शामिल थे। इस संबंध में जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में 17 माओवादी बंदी हैं। जेल में सभी एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे थे।

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