देवों की भाषा संस्कृत को मिली सबकी कृपा

By Edited By: Publish:Tue, 19 Mar 2013 09:10 PM (IST) Updated:Tue, 19 Mar 2013 09:11 PM (IST)
देवों की भाषा संस्कृत को मिली सबकी कृपा

निप्र, मढौरा (सारण) : अनुमंडल मुख्यालय में एक सप्ताह पूर्व शुरू हुई मैट्रिक परीक्षा मंगलवार को संस्कृत की परीक्षा के साथ संपन्न हो गयी। परीक्षा के अंतिम दिन प्रशासन अधिक मुस्तैद रहा, किन्तु अधिकारियों का मुख्य फोकस परीक्षा केन्द्र के अंदर कम, बाहर अधिक दिखा। हालांकि एसडीओ मनीष शर्मा, डीएसपी कुंदन कुमार व डीसीएलआर अमरेन्द्र कुमार अन्य दिनों की तरह सक्रिय रहे। इसके बावजूद देवों की भाषा संस्कृत को सबकी कृपा मिली। परीक्षार्थियों ने भी इस छूट का पूरा लाभ उठाया। परीक्षा केन्द्रों पर मिली छूट से छात्राएं परीक्षा के अंतिम दिन पूरी तरह खुश दिखीं।

अंतिम दिन प्रशासन रहा पूरी तरह सतर्क

मैट्रिक परीक्षा के अंतिम दिन प्रशासन ने पूरी सतर्कता व मुस्तैदी बरती। परीक्षा समाप्ति के पूर्व ही दमकल व एम्बुलेंस आइटीआइ मैदान में बुला लिया गया। एसडीओ मनीष शर्मा, डीएसपी कुंदन कुमार स्वयं भी अन्य अधिकारियों के साथ केन्द्रों पर सक्रिय रहे। इधर परीक्षा समाप्ति के बाद एसडीओ ने परीक्षा कार्य से जुड़े केन्द्राधीक्षक, वीक्षक, अधिकारी, पुलिस पदाधिकारी सहित अन्य की सक्रियता को स्वीकार करते हुए उनके कार्यो की सराहना की।

परीक्षा समाप्ति के बाद मंदिरों में उमड़ी भीड़

परीक्षा समाप्ति के बाद मुख्यालय स्थित प्रमुख मंदिरों में परीक्षार्थियों की भीड़ उमड़नी शुरू हो गयी। परीक्षार्थियों ने अपने पेपर अच्छे जाने के उपरांत मंदिरों में पूजा-अर्चना कर अच्छी रिजल्ट के लिए मन्नतें मांगी। मढ़ौरा स्थित गढ़देवी मंदिर में परीक्षार्थियों की भीड़ काफी अधिक रही। मंदिर पहुंची नेहा, प्रीति, पूजा, प्रियंका सहित अन्य ने बताया कि परीक्षा के पूर्व भी मंदिर आकर परीक्षा अच्छा जाने का आशीर्वाद मांगी थीं। अब परीक्षा की समाप्ति पर माता का आभार प्रकट करने आयी हूं।

50 रुपये से भी अधिक में बिका नारियल

परीक्षा समाप्ति के उपरांत मंदिर पहुंचीं परीक्षार्थियों में नारियल चढ़ाने की होड़ रही। परीक्षार्थी माता के चरणों में नारियल चढ़ाकर जहां आभार प्रकट कर रही थीं, वहीं प्रथम श्रेणी रिजल्ट के लिए मन्नत मांग रही थीं। फलत: सामान्य दिनों में 12-14 रुपये में बिकने वाले नारियल की कीमत बढ़ती गयी। इसके बाद भी परीक्षार्थी पीछे नहीं रही। कईं ने तो पचास रुपये से अधिक में नारियल खरीदी और नारियल चढ़ाने की होड़ में शामिल हुई।

प्रथम श्रेणी के बहाने दस हजार रुपये पर है नजर

अनुमंडल में लड़कियों का परीक्षा केन्द्र बनाया गया था। मंगलवार को परीक्षा समाप्ति के बाद लड़कियों सहित उनके अभिभावक भी रिजल्ट प्रथम श्रेणी में आने के आंकलन में जुटे थे। परीक्षार्थी भी इस तथ्य को बखूबी जानती हैं। तभी तो मंदिरों में ईश्वर पर इसी श्रेणी के लिए दबाव बढ़ा हुआ था और लड़कियां लड्डू से लेकर चुनरी चढ़ाने तक की मन्नतें मांग रही थीं।

अंतिम दिन परीक्षा में कई छात्राएं हुई बीमार

परीक्षा के अंतिम दिन परीक्षा केन्द्रों पर कई छात्राएं बीमार पड़ गयीं। बाद में केन्द्राधीक्षक की सूचना पर पीएचसी के डा. अमरंजय कुमार परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचे व इलाज शुरू किया। बताया जाता है कि उच्च विद्यालय शिल्हौड़ी केन्द्र पर छपरा निवासी नेहा, मढ़ौरा खास निवासी अर्पणा कुमारी, अंकिता रानी, अफसाना खातून, पालिटेक्निक केन्द्र पर नीतू कुमारी जबकि आईटीआई केन्द्र पर अन्नू कुमारी पेट दर्द, उल्टी, सिर दर्द आदि की शिकार हो गयीं।

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