राम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारें : साध्वी अन्नपूर्णा
समस्तीपुर। राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ द्वारा भमरूपुर में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा के सातवें दिन शक्तिपीठ मैहर से आयी साध्वी अन्नपूर्णा माता ने केवट प्रसंग पर प्रकाश डाला।
समस्तीपुर। राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ द्वारा भमरूपुर में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा के सातवें दिन शक्तिपीठ मैहर से आयी साध्वी अन्नपूर्णा माता ने केवट प्रसंग पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यदि आपके मन में रामकथा के प्रति उद्गार है तो वहीं से आपका कल्याण मार्ग शुरू हो गया। इसलिए श्रीराम के कर्मो और उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारें। श्रीराम कथा सुनने से संपूर्ण समाज के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। माता ने श्रद्धालुओं को उपदेश देते हुए कहा कि ब्रह्म राम जो जीवन में कभी किसी से कुछ नहीं मांगा। लेकिन वो केवट से नांव मांग रहे थे। भगवान राम ने विनती कर केवट से नाव की गुहार लगा रहे थे। पर केवट भी गजब का भक्त था। उसने कहा कि हे राम मैं आपका मर्म जानता हूं। क्योंकि आपके चरणों के रज से पत्थर भी नारी बन जाती है। तो मेरी नाव तो लकड़ी की है, वह तो तुरंत नारी बन जाएगी। इसलिए मैं आपका चरण धोना चाहता हूं। भक्त की बातों में आकर भगवान ने उनके आग्रह को स्वीकार किया। उन्होंने भगवान राम का चरण धोकर गंगा पार कराया। इससे पूर्व माता ने कथास्थल पर स्थापित श्रीराम, जानकी, भरत, लक्ष्मण और हनुमान की पूजा की। मौके पर ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार चौधरी, अरविद चौधरी, नरेन्द्र चौधरी, गोपाल चौधरी, पवन ईशर, उमानंद चौधरी, हरेकृष्ण चौधरी, संजीव चौधरी, महेश ईशर, रमेश पाण्डेय, सूरज कुमार चौधरी, निखिल कुमार चौधरी, नैतिक कुमार चौधरी आदि मौजूद रहे।