बूढ़ी गंडक नदी खतरे के निशान से 25 सेमी ऊपर
बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है। शहर में इस नदी का वाटर लेवल खतरे के निशान को पार कर गया है। खतरे का निशान 45.73 है। जो अब 45. 98 पर पहुंच गया है।
समस्तीपुर । बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है। शहर में इस नदी का वाटर लेवल खतरे के निशान को पार कर गया है। खतरे का निशान 45.73 है। जो अब 45. 98 पर पहुंच गया है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता अखिलेश प्रसाद सिंह ने बताया कि वैसे एक दो दिन में नदी का जलस्तर घटने का अनुमान है। इधर, नदी में बढ़ते जलस्तर के रफ्तार को देखते हुए बांध की तलहटी में बसने वाले लोग अब बांध पर आ गए हैं। अपने ही हाथों से बनाए गए घर को छोड़ बांध पर अस्थायी रूप से झोपड़ी का निर्माण कर रहे हैं।
स्लुइस गेट से रिसाव जारी, सताने लगी बाढ़ की आशंका
रोसड़ा,संस: रोसड़ा में बूढ़ी गंडक के जलस्तर में निरंतर बढ़ोतरी जारी है। हालांकि पानी के बढ़ने का रफ्तार कम बताया जा रहा है। बावजूद यह खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर ऊपर बहने लगी है। वर्तमान में नदी का जलस्तर 43.43 बताया जाता है। जबकि यहां नदी का लाल निशान 42.63 पर ही अंकित है। जलस्तर में बढ़ोतरी से जगह-जगह भीषण कटाव शुरू हो गया है। विभाग द्वारा कटावनिरोधी काम अवश्य जारी है, बावजूद अब तक कटाव को रोक पाना संभव नहीं हो सका है। नोवा गाछी के निकट कटाव के कारण कई हरे भरे पेड़ नदी में समा चुके हैं। विभाग द्वारा पाइलिग कर उसे रोकने का असफल प्रयास जारी है। संवेदनशील स्थानों पर मिट्टी भरे बोरे का चौका लगाने का कार्य जारी है। वहीं जगह-जगह रेन कटिग की भी मरम्मती का कार्य चल रहा है। हालांकि विभागीय कार्यपालक अभियंता तटबंध को पूर्णत: सुरक्षित होने का दावा जरूर कर रहे हैं। लेकिन, नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर से लोगों के अंदर बाढ़ की आशंका सताने लगी है। इधर सूर्य घाट के निकट स्थित स्लुइस गेट से लगातार रिसाव जारी होने के कारण तटबंध के दूसरी ओर भी जलजमाव होने लगा है। यदि यह लगातार जारी रहा तो ढाब मोहल्ले के निचले हिस्से में पानी का प्रवेश करना निश्चित है। कार्यपालक अभियंता सरोज कुमार ने बताया कि जलस्तर में बढ़ोतरी निश्चित जारी है। लेकिन, रफ्तार में कमी आ गई है। पूर्व में प्रति घंटा 5 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। जो धीरे-धीरे घटते हुए अब डेढ़ सेंटीमीटर प्रति घंटे पर आ गई है। उन्होंने मुजफ्फरपुर के निकट नदी के जलस्तर में स्थिरता बताते हुए कहा कि कल के बाद रोसड़ा में भी इसका असर होने की संभावना है।