समस्तीपुर रेल मंडल में सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात होंगे होमगार्ड जवान

समस्तीपुर रेल मंडल में सुरक्षा व्यवस्था के लिए होमगार्ड के 84 जवानों की तैनाती की जाएगी। मंडल के न्यू स्क्रैप डिपो, डीजल शेड, कारखाना, स्टोर, मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय परिसर के साथ ट्रैक पेट्रो¨लग की ड्यूटी इनसे ली जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 21 Jul 2018 04:27 PM (IST) Updated:Sat, 21 Jul 2018 04:27 PM (IST)
समस्तीपुर रेल मंडल में सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात होंगे होमगार्ड जवान
समस्तीपुर रेल मंडल में सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात होंगे होमगार्ड जवान

समस्तीपुर। समस्तीपुर रेल मंडल में सुरक्षा व्यवस्था के लिए होमगार्ड के 84 जवानों की तैनाती की जाएगी। मंडल के न्यू स्क्रैप डिपो, डीजल शेड, कारखाना, स्टोर, मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय परिसर के साथ ट्रैक पेट्रो¨लग की ड्यूटी इनसे ली जाएगी। मंडल में रेलवे सुरक्षा बल की अत्यधिक कमी के कारण ऐसा निर्णय लिया गया है। इसके अलावा पर्व त्योहार के मद्देनजर महत्वपूर्ण ट्रेनों और रेल परिसर में भी सुरक्षा व्यवस्था के लिए इन्हें तैनात किया जाएगा। 90 दिनों के लिए अस्थाई प्रतिनियुक्ति के लिए स्वीकृति प्रदान की गई है। गृह रक्षा वाहिनी को मंडल अंतर्गत विभिन्न स्टेशनों पर तैनात किया जाना है। इस आलोक में रेलवे सुरक्षा बल समस्तीपुर पोस्ट के क्षेत्राधिकार में मंडल सुरक्षा आयुक्त के अधीन 30 गृह रक्षा वाहिनी की प्रतिनियुक्ति की जानी है। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा गृह रक्षकों को दिए जाने वाले वेतन एवं अन्य भत्ता का विवरण देने की मांग की गई है। जिसके आधार पर रेलवे की ओर से भुगतान किया जाएगा। बल की कमी को दूर करने के लिए रेलवे ने उठाया कदम

रेलवे स्टेशनों व ट्रेनों में रेल सुरक्षा बल की कमी को अब होमगार्ड के जवानों के माध्यम से दूर किया जा रहा है। इस संबंध में समस्तीपुर रेल मंडल के मंडल सुरक्षा आयुक्त ने बिहार गृह रक्षा वाहिनी समस्तीपुर के जिला समादेष्टा को पत्र लिखा है। उल्लेखनीय है कि रेलवे में लगातार ट्रेनों की संख्या बढ़ रही है और उसके अनुपात में यात्रियों की तादाद कहीं ज्यादा बढ़ चुकी है और इसमें लगातार बढ़ोत्तरी होती जा रही है, जिससे यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी रेलवे के ऊपर बढ़ रही है। ऐसी स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा करना रेलवे के लिए काफी मुश्किल है, क्योंकि बड़ी संख्या में आरपीएफ में रिक्तियां हैं। इन सब परिस्थितियों को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने पूर्व में सभी जोन के महाप्रबंधक को यह विशेष अधिकार दे दिया है कि वे अपनी जोन में जरुरत के हिसाब से कोर एरिया में होमगार्ड की तैनाती कर सकेंगे। इसी आलोक में होमगार्ड की तैनाती को लेकर प्रक्रिया चल रही है। आरपीएफ में जितने रिक्त पद, उतनी ही नियुक्तियां

बताया जाता है कि रेलवे बोर्ड ने 16 जुलाई 2018 को जारी अपने आदेश में सभी जोन के महाप्रबंधकों को कहा है कि वे होमगार्ड के जवानों को उतनी ही संख्या में नियुक्त कर सकेंगे, जितने पद वहां पर आरपीएफ में रिक्त हों, उससे ज्यादा संख्या में नियुक्तियां नहीं की जा सकेंगी। साथ ही एक बार में होमगार्ड के जवानों को अधिकतम 90 दिनों के लिए ही नियुक्त किया जा सकेगा। साथ ही त्योहार, ग्रीष्मकाल व अन्य ऐसे मौकों पर जब यात्रियों की ज्यादा भीड़ होती है, उस सीजन में इन होमगार्ड की सेवाएं ली जा सकेंगी।

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