ब्लड सैंपल सदर अस्पताल से, रिपोर्ट प्राइवेट जांच केन्द्र से

By Edited By: Publish:Thu, 28 Aug 2014 08:50 PM (IST) Updated:Thu, 28 Aug 2014 08:50 PM (IST)
ब्लड सैंपल सदर अस्पताल से, रिपोर्ट प्राइवेट जांच केन्द्र से

समस्तीपुर, संस. : समस्तीपुर सदर अस्पताल में इन दिनों मरीजों के सौदागरों का बड़ा रैकेट काम कर रहा है। इसकी जिम्मेदारी संभाल रखी है कतिपय एनजीओ के कर्मियों ने। ये गाव की भोली-भाली महिलाओं को नि:शुल्क जांच के बदले प्राइवेट जांच केन्द्रों में भेज देते हैं। इस कार्य के लिए उन्हें प्राइवेट जांच केन्द्रों की तरफ से अच्छी-खासी रकम दी जाती है। इसका खुलासा गुरुवार को हुआ। उजियारपुर प्रखंड के अंगारघाट थाना क्षेत्र के चैता गांव निवासी श्रवण कुमार चौरसिया की पत्‍‌नी शोभा देवी अपनी सास के साथ इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल पहुंची थी। इस दौरान डा. राजेन्द्र कृष्ण ने इलाज कर कुछ जांच कराने की सलाह दी। इसके बाद शुरु हुआ खेल। अस्पताल में निशुल्क जांच के बदले कर्मियों ने ही प्राइवेट जांच केन्द्र के यहां ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया। इसके बाद उससे जांच के नाम पर 260 रुपये वसूले गए। जांच रिपोर्ट व ब्लड लेने का खेल सदर अस्पताल के ही ओपीडी भवन के कमरे में चल रहा था। जिससे अस्पताल प्रशासन भी अनजान था। प्राइवेट जांच केन्द्र का रिपोर्ट देखते ही डाक्टर ने उसे उपाधीक्षक के समक्ष पहुंचा दिया। इसके बाद उपाधीक्षक ने तत्काल इसकी जांच शुरू कर दी। जांच के क्रम में मरीज के परिजनों के साथ उपाधीक्षक डा. श्याम मोहन दास, अस्पताल प्रबंधक विश्वजीत रामानंद उस कमरे में पहुंच गए। जहां से चल रहा था प्राइवेट जांच केन्द्र का पूरा खेल। ओपीडी भवन के एक कमरे में प्राइवेट जांच केन्द्र का कर्मी बैठ कर मरीजों का ब्लड सैंपल लेकर उसे जांच के लिए प्राइवेट जांच केन्द्र में भेज रहा था। इसके एवज में मरीज से रुपये भी वसूले जा रहे थे। उपाधीक्षक ने तत्काल उसे पकड़ते हुए मरीजों से लिए गए रुपये उसे वापस कराए। इसके बाद उसे सख्त निर्देश देते हुए कड़ी चेतावनी के बाद छोड़ दिया गया।

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