डाकिया घर-घर पहुंचा रहे हैं बैंकों में जमा रुपये

सहरसा। एक जमाना था जब अपने घर की ओर डाकिए को देखकर लोगों का मन प्रफुल्लित हो उठता था

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 May 2020 08:21 PM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 06:12 AM (IST)
डाकिया घर-घर पहुंचा रहे  हैं बैंकों में जमा रुपये
डाकिया घर-घर पहुंचा रहे हैं बैंकों में जमा रुपये

सहरसा। एक जमाना था, जब अपने घर की ओर डाकिए को देखकर लोगों का मन प्रफुल्लित हो उठता था। लोगों का लगता था कि उनके बाहर में रह रहे परिजन ने मनी आर्डर भेज होगा या पत्र के जरिए कोई संदेश आया होगा। टेलीफोन और फिर मोबाइल के बढ़ते प्रचलन ने इसपर विराम लगा दिया था। नए उम्र के बच्चे डाकिया के बारे में जानते तक नहीं थे। परंतु, कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन ने डाकिया की पूछ एकबार फिर बढ़ा दिया है। इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक ने पहले ही सभी बैंकों को लिक करते हुए ग्राहकों के घर तक पैसा पहुंचाने की व्यवस्था की थी, परंतु न तो लोगों को इसकी खास आवश्यकता महसूस हुई और डाक विभाग कायदे से इसे धरातल पर उतार सका। लॉकडाउन में इसकी जब आवश्यकता महसूस होने लगी, तो डाक विभाग ने भी अपनी सक्रियता बढ़ाई। डाकिया फरिश्ता बनकर लोगों के घर- घर पैसा पहुंचाने लगा।

कोसी प्रमंडल में 474 डाकघरों से लिक होगा पोस्ट पैमेंट बैंक

डाक विभाग के अधीन कोसी प्रमंडल में पांच सबडिवीजन हैं। सहरसा पश्चिमी सबडिवीजन में 139, पूर्वी में 110, सुपौल में 139, मधेपुरा में 114 और मुरलीगंज सबडिवीजन में 105 डाकघर हैं। इसमें तीनों जिले के 474 डाकघरों को इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक से लिक किया गया, जिसके माध्यम से सभी बैंकों से जुड़े लाभुकों की राशि उनके घर पर आवश्यकतानुसार पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। लोग अपने डाकघर जाकर अथवा गांव में घूम रहे डाकिया से अपनी राशि आधार कार्ड के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। इसमें सहरसा जिले के 137, सुपौल के 173 और मधेपुरा के 164 डाकघर लिक हैं। इसके लिए डाकघरों को हैंडहेल्ड मशीन उपलब्ध कराया गया है, जिसे संबंधिक पोस्टमास्टर अथवा डाकिया के मोबाइल से लिक कर दिया गया है। इसमें अंगूठा लगाकर लोग अपनी राशि की निकासी कर सकते हैं।

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कोट

पूरे कोसी प्रमंडल के डाकघरों को इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक से लिक कर दिया गया है, जिसके माध्यम से लोग किसी भी बैंक में जमा अपनी राशि निकाल सकते हैं। इसके लिए पेंशनधारियों को भी बड़ी सुविधा मिल रही है। गांव के लोग इसका भरपूर लाभ उठाने लगे हैं।

दिलीप कुमार दास

डाक अधीक्षक, सहरसा प्रमंडल।

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