रेल बजट : जिले को नहीं मिली सौगात, लोगों में निराशा

रोहतास। गत एक साल से जिले में रेलवे सुविधाएं बढ़ने की उम्मीद लगाई आम जनता को केंद्र सरका

By Edited By: Publish:Sat, 04 Feb 2017 03:05 AM (IST) Updated:Sat, 04 Feb 2017 03:05 AM (IST)
रेल बजट : जिले को नहीं मिली सौगात, लोगों में निराशा
रेल बजट : जिले को नहीं मिली सौगात, लोगों में निराशा

रोहतास। गत एक साल से जिले में रेलवे सुविधाएं बढ़ने की उम्मीद लगाई आम जनता को केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत आम बजट से निराशा हाथ लगी है। जिले की कई लंबित परियोजनाओं को ले कोई घोषणा नहीं होने से उनके निर्माण को ले संशय की स्थिति पैदा हो गई है। शुक्रवार को कई लोगों ने जागरण से बातचीत के क्रम में अपने विचार व्यक्त किए। प्रस्तुत है उनके अंश :

-बजट में पर्यटन व तीर्थ के लिए विशेष ट्रेनें चलाने की योजना बनाई गई है। जिले से होकर ग्रैंड कॉर्ड लाइन गुजरती है। जिससे उम्मीद है कि यहां भी उन ट्रेनों का ठहराव होगा। इसके अलावा आईआरसीटीसी से टिकट बु¨कग पर सर्विस चार्ज खत्?म कर दिया गया है जिससे लोगों को राहत मिलेगा।

नरेंद्र पांडेय, वरीय अधिवक्ता

- इस बार बजट में जिले के रेलवे स्टेशनों को कुछ खास नहीं मिला है। सासाराम व डेहरी में दिव्यांगों की सुविधानुसार विकसित करने की योजना नाकाफी है। कई परियोजनाओं के निर्माण में हो रही विलंब पर कुछ नहीं कहा गया है। बजट में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी यात्री सुविधाओं की बात की गई है, लेकिन कौन सी सुविधा व कैसी सुविधा दी जाएगी यह स्पष्ट नहीं है।

लायन एसपी वर्मा

- रेलवे के हिसाब से इस बार जिले को कोई नई ट्रेन नहीं मिली है। इतना ही नहीं किसी नई ट्रेन के ठहराव तक की घोषणा नहीं की गई है। जिससे जिलेवासियों को झटका लगा है। सासाराम स्टेशन पर लगा कोच डिस्प्ले बोर्ड अभी भी पूरी तरह काम नहीं कर रहा है। जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही है।

डा. सत्यनारायण ¨सह

- बजट में 3500 किलोमीटर नई रेल लाइनें बिछाने की घोषणा की गई है। इनमें से 2,800 किलोमीटर की लाइनें चालू वित्तीय वर्ष में शुरू की जा रही हैं। जिससे उम्मीद है कि सासाराम-आरा रेलखंड का दोहरीकरण व डेहरी-यदुनाथपुर रेल लाइन का निर्माण हो सकेगा। सरकार ने भले ही कुछ स्पष्ट तोहफा नहीं दिया है, लेकिन पुरानी योजनाओं को ही ससमय पूरा कर दे तो हमें बहुत कुछ प्राप्त हो जाएगा।

डॉ. नंदलाल चौहान

ऐसा पहली बार हुआ है कि रेल बजट का अस्तित्व समाप्त कर दिया गया है। आजादी के बाद से अब तक रेल बजट अलग से पेश किया जाता था। जिससे लोगों को एक उम्मीद रहती थी कि अपने क्षेत्र के लिए कुछ मिलेगा।लेकिन अचानक उसे आम बजट में शामिल कर लिया गया है, जो समझ के परे है। कुछ भी स्पष्ट नहीं है।

प्रो. सुभाष यादव

- डालमियानगर में रेल वैगन कारखाना लगाने का काम धीमी गति से चल रहा है। इसका उल्लेख बजट में नहीं होने से कई तरह की शंकाएं पैदा हो रही है। साथ ही सासाराम में राजधानी एक्सप्रेस के ठहराव की घोषणा नहीं होना भी समझ के परे है। वहीं रेलवे मैदान में अवस्थित रोहतास स्टेडियम के जीर्णोद्धार को ले भी कोई घोषणा नहीं की गई है।

आलोक सिन्हा, सचिव-आरडीबीए

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