.. बरस रही है ज्वाला भारी

जागरण संवाददाता, सासाराम : जिले में पड़ रही भीषण गर्मी ने डा. महेन्द्र भटनागर की उन पंक्तियों की याद

By Edited By: Publish:Sat, 23 May 2015 06:38 PM (IST) Updated:Sat, 23 May 2015 06:38 PM (IST)
.. बरस रही है ज्वाला भारी

जागरण संवाददाता, सासाराम : जिले में पड़ रही भीषण गर्मी ने डा. महेन्द्र भटनागर की उन पंक्तियों की याद दिला दी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि 'त्रस्त विरल सूखे खेतों पर बरस रही है ज्वाला भारी, चक्रवात लू गरम-गरम से झुलस रही है क्यारी-क्यारी।' लू के थपेड़ों से लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं। झुलसा देने वाली सूरज की तेज किरणों से दिन ब दिन तापमान में बढ़ोतरी होते जा रही है। इंसान से लेकर परिंदे तक परेशान हैं। पिछले दिनों आए मौसम में उतार-चढ़ाव के बाद अब सूरज ने तेवर तल्ख किए तो धरती का जर्रा-जर्रा तपने लगा। धूप व तपिश का आलम यह रहा कि दोपहर से पहले ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है। इक्का-दुक्का दुपहिया वाहन यदि कोई दिखाई भी दे रहा है तो पूरा शरीर ढके हुए। शहर का अति व्यस्ततम धर्मशाला रोड व पोस्टआफिस चौराहा पर भी सन्नाटे की स्थिति है। इधर बिजली की कटौती से भी लोग परेशान हैं। सबसे ज्यादा परेशानी दोपहर में कोचिंग जाने वाले छात्रों की है। शादी-ब्याह व लगन के कारण छोटे-छोटे बच्चों को गोद में ले यात्रा करने वाली महिलाएं भी बेहाल हैं। शनिवार को भी अधिकतम तापमान 44.7 व न्यूनतम 28.3 रिकार्ड किया गया। इस स्थिति में लू लगने का खतरा बढ़ गया है। जिससे बच्चों व बुजुर्गो को विशेष सावधानी की जरूरत है।

हो सकते हैं शिकार :

गर्मी में लापरवाही के कारण शरीर में निर्जलीकरण, लू लगना, चक्कर आना, घबराहट आना, नकसीर, उल्टी, दस्त व घमौरियों के शिकार हो सकते हैं।

ऐसे करें बचाव :

- ठंडे खाद्य पदार्थो यथा तरबूज, खीरा, फल, हरी सब्जी, सलाद, लस्सी, आम का पन्ना आदि का सेवन करें।

- सूती व ढीला-ढाला कपड़ा पहने। सिंथेटिक व चुस्त कपड़े न पहनें।

- एसी या कूलर से निकलकर तुरंत धूप में आने से बचें।

- जब भी घर से निकलें कुछ खा-पीकर ही निकलें।

- चेहरा, सिर व पैर ढंक कर निकलें। चप्पल की जगह जूता पहनने की आदत डालें।

- देहाती नुस्खे के तहत जेब में प्याज लेकर चलें।

अस्पतालों में उमड़ी मरीजों की भीड़

फोटो- 23 एसआरएम 12 व 13

सासाराम : गत तीन दिनों से मौसम की तल्खी से अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई है। जिनमें अधिकांश संख्या लू लगने व डायरिया पीड़ित मरीजों की है। सरकारी के अलावे निजी अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ लग रही है। शनिवार को सदर अस्पताल में मरीजों की इलाज के लिए लंबी कतार लगी रही। चिकित्सकों की मानें तो तेज बुखार, उल्टी, दस्त व चक्कर आने की अधिकांश शिकायतें मिल रही हैं। हालांकि जांचोंपरान्त उन्हें दवा आदि दी जा रही है। वहीं कई मरीजों ने कहा कि धूप से गश्ती आ जा रही है। गांव में पानी चढ़ाने के बाद भी आराम नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में नीम हकीमों की भी चांदी कट रही है।

कहते हैं सिविल सर्जन :

सीएस डा. रामाशंकर तिवारी ने कहा कि गर्मी को देखते हुए सदर अस्पताल से लेकर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक व्यवस्था सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया है। अस्पतालों में फ्लूड, एंटीबायोटिक, बुखार समेत अन्य आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है। लोगों को भी सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।

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