महानंदा के कटाव से आधा दर्जन गांवों के लोग भयाक्रांत

पूर्णिया। धुसमल पंचायत के मिर्चान टोला गांव सिरसी पंचायत के काशीबाड़ी मठुआ टोली गांव के

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Jul 2020 07:29 PM (IST) Updated:Mon, 20 Jul 2020 07:29 PM (IST)
महानंदा के कटाव से आधा दर्जन गांवों के लोग भयाक्रांत
महानंदा के कटाव से आधा दर्जन गांवों के लोग भयाक्रांत

पूर्णिया। धुसमल पंचायत के मिर्चान टोला गांव, सिरसी पंचायत के काशीबाड़ी, मठुआ टोली गांव के नजदीक भीषण नदी कटाव जारी है। इस वर्ष दर्जनों परिवार का घर महानंदा नदी के कटाव की जद में आने के कारण लोग बेघर हो गए हैं। इससे पूर्व भी इस गांव के सैकड़ों परिवार कटाव का शिकार हो बेघर हो चुके हैं। वे लोग गांव से पलायन कर दूसरी जगह जाकर रह रहे हैं। काफी संख्या में कटाव पीड़ित परिवार सड़क किनारे शरण लिए हुए हैं। नदी कटाव से लोग परेशान हैं। गांव के किसान हर साल भूमिहीन बन रहे हैं। महानंदा नदी के कटाव से नदी किनारे बसे गांव के लोगों में भय व्याप्त है। धुसमल पंचायत के मुखिया सिकन्दर आलम उर्फ दारा एवं सिरसी पंचायत के मुखिया शमशाद आलम ने बताया कि महानंदा बेसिन परियोजना करीब डेढ़ दशक पहले पारित हुआ। अगत वर्ष 2004 में महानंदा बेसिन प्रोजेक्ट अटका नहीं रहता तो अब तक इन इलाकों में नदियों का तटबंध और महानंदा व कनकई में पुल बनकर बाढ़ और कटाव का स्थाई समाधान निकाला जा सकता था। खासकर बैसा प्रखंड के लोग इतने बेहाल व बदहाल नहीं रहते। यहां नदी कटान होना कोई नयी बात नहीं है। यहां दर्जनों गांव महानंदा व कनकई में विलीन हो चुकी है। प्रशासन व शासन से लगातार कटाव रोकने की मांग की जा रही है, लेकिन अब तक स्थायी कटावरोधी कार्य नहीं हो सका है।

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