पासवर्ड के फेर में फंसा दो हजार गर्भवती का मातृवंदन
पूर्णिया। समेकित बाल कल्याण विभाग द्वारा मातृ वंदन कार्यक्रम का संचालन किया जाता है। मातृवंदन योजना
पूर्णिया। समेकित बाल कल्याण विभाग द्वारा मातृ वंदन कार्यक्रम का संचालन किया जाता है। मातृवंदन योजना के अंतर्गत पोषक आहार के लिए छह हजार रुपये की राशि गर्भवती माता के खाते में दी जाती है। इसके अंतर्गत कसबा, पूर्णिया सदर, रूपौली और श्रीनगर प्रखंडों में दो हजार से अधिक आवेदन लंबित है। इसका कारण उन प्रखंडों को पासवर्ड नहीं मिला है जिस कारण उनकी ऑनलाइन इंट्री नहीं हो पाई है। इस राशि के लाभुक को ऑन लाइन आवेदन करना होता है। ऑनलाइन आवेदन के बाद सात दिनों के अंदर महिला के खाते में राशि पहुंच जाती है। राशि का भुगतान तीन किस्तों में किया जाता है।
जिले के चार प्रखंडों को अब तक नहीं मिला है पासवर्ड
जिले के चार प्रखंड कसबा, पूर्णिया सदर, रूपौली और श्रीनगर को ऑनलाइन आवेदन के लिए पासवर्ड निर्गत नहीं किया गया है। इस कारण से इस क्षेत्र में दो हजार से अधिक आवेदकों को कार्यक्रम का लाभ नहीं मिल रहा है। इस संबंध में कार्यक्रम पदाधिकारी का कहना है पासवर्ड मिलते ही राशि आवंटित कर दी जाएगी। दरअसल इसकी सभी प्रक्रिया आनलाइन होती है। आवेदन के बाद गलती हुई तुरंत आवेदन कारण सहित रद कर दी जाती है। उसके बाद दोबारा सुधार के साथ आवेदन की जाती है। आवेदन स्वीकार करने के लिए प्रत्येक प्रखंड का अलग -अलग पासवर्ड होता है।
जिले में पांच हजार से अधिक को मिला है लाभ
जिले में अब तक 5 हजार 800 महिलाओं के खाते में 59 लाख रूपए की राशि पहुंचाई गई है। इस योजना के तहत गर्भवती महिला को पोषण के लिए छह हजार रुपये प्रदान की जाती है।
तीन किस्तों में मिलती है राशि-
गर्भवती महिलाओं को पोषक आहार के लिए तीन किस्तों में छह हजार रुपये का आवंटन होता है। इसका लाभ पहले बच्चे के जन्म के वक्त ही मिलता है। गर्भवती महिला के प्रथम एंडी नेडल केयर चेकअप के बाद 1 हजार 100 रुपये प्रथम किस्त में दी जाती है। छह महीने पर तीन एंडी नेडल केयर चेकअप के बाद दो हजार रुपये और तीसरी किस्त बच्चे के जन्म के बाद दी जाती है। बच्चे के जन्म के बाद जच्चा और बच्चा दोनों का टीककारण भी किया जाता है।
कैसे कर सकते हैं आवेदन
एक मई 2016 से प्रधानमंत्री
मातृवंदन कार्यक्रम जिले में लागू की गई है। पहले बच्चे के जन्म के समय इस योजना का लाभ गर्भवती महिला को दिया जाता है। आवेदन के लिए आधार कार्ड, मदर केयर कार्ड, एमसीपी, माता का बैंक खाता नंबर और अगर बच्चे का जन्म हो चुका है तो जन्म प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। इसके बाद ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। आवेदन के सात दिनों के अंदर ही राशि लाभुक तक पहुंच जाती है। अगर आवेदन में कमी होती है तो सॉफ्टवेयर ही विभिन्न त्रुटियों के सुधार के साथ दोबारा फॉर्म भरने की सूचना देता है।