1,380 करोड़ से होगा एनएच 107 का पुनर्निर्माण

पूर्णिया। पूर्णिया से महेशखूंट के बीच 177 किलोमीटर लंबे एनएच 107 के पुनर्निर्माण पर 1,3

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 09:31 PM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 10:16 PM (IST)
1,380 करोड़ से होगा एनएच 107 का पुनर्निर्माण
1,380 करोड़ से होगा एनएच 107 का पुनर्निर्माण

पूर्णिया। पूर्णिया से महेशखूंट के बीच 177 किलोमीटर लंबे एनएच 107 के पुनर्निर्माण पर 1,380 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और निर्माण कार्य शुरू करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। दो चरण में इसका निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा। इसके लिए अगल-अलग कंपनी से एकरारनामा हुआ है। प्रथम चरण में मधेपुरा से पूर्णिया के बीच सड़क निर्माण के लिए 736 करोड़ और दूसरे चरण में मधेपुरा से महेशखूंट तक के लिए 644 करोड़ का टेंडर हुआ है। मधेपुरा से पूर्णिया के बीच 88 किलोमीटर सड़क पुनर्निर्माण और चौड़ीकरण के लिए गैमन इंडिया, वहीं मधेपुरा से महेशखूंट के बीच 90 किलोमीटर सड़क निर्माण के लिए जीडीसीएल कंपनी से एकरारनामा किया गया है।

पीडब्ल्यूडी करेगा बायपास का निर्माण

सड़क के बायपास निर्माण की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी को दी गई है। इस संबंध में एनएचएआइ के अधिकारी बताते हैं कि मुरलीगंज बायपास, सोनबर्षा, सिमरी बख्तियारपुर और बरियाही बायपास बनाने की जिम्मेदारी पीडब्लूडी को दी गई है।

टू लेन विद पेव्ड सोल्डर बनायी जाएगी सड़क

सड़क पर दुर्घटना कम करने के लिए सड़क को टू लेन विद पेव्ड सोल्डर बनाया जाएगा। जानकार बताते हैं कि टू लेन विद पेव्ड सोल्डर के बनने से हाईवे के किनारों को भी मजबूती मिलेगी। यह सड़क लगभग 10 मीटर चौड़ी होगी। इससे वाहनों के आवाजाही में परेशानी नहीं होगी और दुर्घटना में कमी आएगी।

चौड़ीकरण के लिए 90 प्रतिशत भूमि का हो चुका है अधिग्रहण

सड़क चौड़ीकरण के लिए एनएच 107 के दोनों ओर भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है। बताया जाता है कि सड़क चौड़ीकरण के लिए लगभग 197 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। एनएचएआइ के अधिकारी बताते हैं कि अब तक 90 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण हो चुका है। कुछ जगहों पर पारिवारिक कारणों से अधिग्रहण में फंसे पेच को दूर किया जा रहा है।

बदहाल है एनएच 107 बना जानलेवा

एनएच 107 की स्थिति दो वर्ष से बदहाल है। गड्ढे में तब्दील सड़क जानलेवा बनी हुई है। जान जोखिम में डालकर लोग सफर पूरा करते हैं। सड़क पर अक्सर वाहन दुर्घटना होती रहती है। सड़क जर्जर होने के कारण इस होकर चलने वाली कई बसें भी बंद हो चुकी है।

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