कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर में वेंटिलेशन का है खास महत्व, आशंकाओं को कम कर देगा बड़ा कमरा

कोरोना वैक्सीन लेने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण केंद्र चुनने में विशेष सावधानी बरती जा रही है। यदि कमरा बड़ा होगा और वेंटिलेशन अच्छा होगा तो वैक्सीन लेने के बाद आधे घंटे जब टीका लेने वाले को निगरानी में रखा जाएगा उस समय तरह-तरह की आशंकाओं की ओर ध्यान कम जाएगा।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Thu, 07 Jan 2021 07:03 AM (IST) Updated:Thu, 07 Jan 2021 07:03 AM (IST)
कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर में वेंटिलेशन का है खास महत्व, आशंकाओं को कम कर देगा बड़ा कमरा
कोरोना की वैक्सीन से जुड़ी प्रतीकात्मक तस्वीर। -

जागरण संवाददाता, पटना : कोरोना से बचाव के लिए देश में जिन दो वैक्सीन को इमरजेंसी अप्रूव्ल दिया गया है, उन्हें लेकर लोगों के मन में कई तरह की आशंकाएं हैं। इसका मनोवैज्ञानिक दुष्प्रभाव कोरोना वैक्सीन लेने वाले स्वास्थ्यकर्मियों पर नहीं पड़े इसलिए टीकाकरण केंद्र चुनने में विशेष सावधानी बरती जा रही है। इनमें से एक है आब्जर्वेशन रूम में वेंटिलेशन का बेहतर होना। यदि कमरा बड़ा होगा और वेंटिलेशन अच्छा होगा तो कोरोना वैक्सीन लेने के बाद आधे घंटे जब टीका लेने वाले को निगरानी में रखा जाएगा, उस समय तरह-तरह की आशंकाओं की ओर उनका ध्यान कम जाएगा। 

बताते चलें कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना टीकाकरण के लिए ऐसे केंद्र तैयार कर रहा है, जहां कम से कम तीन कमरे हों। एक में वैक्सीन लेने आए लोगों को उनका नंबर आने तक बिठाकर उनके आइडी कार्ड से उनकी पहचान सुनिश्चित की जाएगी। इसके बाद उनका नंबर आने पर दूसरे कमरे में उन्हें वैक्सीन दी जाएगी। इसके बाद तीसरे कमरे में आधे घंटे तक उनमें कोई दुष्प्रभाव नहीं हो इसलिए वहां बिठाया जाएगा। इसके लिए तीसरे कक्ष में शारीरिक दूरी नियम का पालन करते हुए कुर्सियां रखी जाएंगी। यहां पर कम से कम दो बेड भी होंगे, जहां जरूरत होने पर छोटे-मोटे दुष्प्रभाव का इलाज किया जाएगा। 

बड़े से सम्बद्ध किए जाएंगे छोटे निजी अस्पताल 

टीकाकरण केंद्रों की संख्या अधिक होने पर उनकी निगरानी में समस्या को देखते हुए आसपास के छोटे निजी अस्पतालों को किसी एक बड़े अस्पताल से सम्बद्ध किया जाएगा। इन बड़े निजी अस्पतालों में पांच सौ से हजार लोगों के टीकाकरण की व्यवस्था होगी। वहीं छोटे निजी अस्पतालों के कर्मचारियों को इस नजदीकी बड़े अस्पताल में आकर टीका लेना होगा। इसके लिए बड़े निजी अस्पतालों के कर्मचारियों को भी टीकाकरण और उसके एडवर्स इफेक्ट से निपटने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शुक्रवार को होने वाले ड्राई रन में इसलिए पारस एचएमआरआइ को शामिल किया गया है।

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