राजग में कुशवाहा का 'अंतिम पैगाम'- दे दो केवल हमारा सम्मान, रखो अपनी धरती तमाम
राजग में सीट बंटवारे को ले रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी जग-जाहिर है। अब उन्होंने राजग को अल्टीमेटम देते हुए सम्मानजनक सीटों की अंतिम मांग रखी है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। सीट बंटवारे के मुद्दे पर राजग में नाराज चल रहे रालोसपा ने भाजपा को दो-टूक पैगाम भेजा है। पार्टी ने ट्वीट के जरिए न्याय-अन्याय का हवाला देते हुए 2014 की तुलना में ज्यादा सीटों की मांग की है। हालांकि, भाजपा को विकल्प देते हुए यह भी कहा गया है कि ज्यादा सीटें देने में अगर दिक्कत हो रही है तो कम-से-कम सम्मानजनक सीटें दे दी जाएं। पिछली बार रालोसपा को लोकसभा की तीन सीटें दी गई थीं, जिनमें सभी पर उसकी जीत हुई थी।
पार्टी के सम्मेलन के एक सप्ताह पहले अंतिम पैगाम
रालोसपा के सम्मेलन से करीब हफ्ते भर पहले रविवार को किए गए ट्वीट को कुशवाहा का 'अंतिम पैगाम' बताया गया है। ट्वीट में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के प्रसिद्ध काव्य रश्मिरथी का सहारा लिया गया है, जिसमें महाभारत की लड़ाई टालने के लिए भगवान श्रीकृष्ण पांडवों का संदेश लेकर दुर्योधन के पास गए थे और आखिरी तौर पर पांच गांवों की मांग की थी। ' ट्वीट में कुशवाहा में लिखा है- ...दो न्याय अगर तो ज्यादा दो। पर, इसमें भी यदि बाधा हो। तो दे दो केवल हमारा सम्मान, रखो अपनी धरती तमाम।' ट्वीट का शीर्षक है 'अंतिम पैगाम।'
चुनाव पूर्व राजग में रालोसपा का अल्टीमेटम
स्पष्ट है कि लोकसभा चुनाव को ले राजग में सीट बंटवारे के मुद्दे पर यह रालोसपा का अल्टीमेटम है। इस अंतिम पैगाम को राजग से उसकी विदाई का संकेत माना जा रहा है। अब तक उपेंद्र कुशवाहा ने राजग से ज्यादा से ज्यादा सीटों की अपेक्षा तो की थी, लेकिन मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में चेतावनी नहीं दी थी। इसके पहले भी उन्होंने भाजपा को अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि 30 नवंबर तक सीट फाइनल नहीं हुआ तो माना जाएगा कि भाजपा उनसे गठबंधन रखने को लेकर गंभीर नहीं है।
आगे-आगे देखिए होता है क्या
हालांकि, एक दिन पहले मुंगेर के एक कार्यक्रम में कुशवाहा ने अपने लिए सम्मान की मांग करते हुए कहा था कि वह राजग में बने रहना चाहते हैं। अब उनके नए ट्वीट के बाद भी अगर सीट शेयरिंग पर बात नहीं बनती है तो कुशवाहा के सामने विकल्प नहीं बचेगा, यह तय है। ऐसे में आगे-आगे देखिए, क्या होता है।