'आरंभ' में दिखा दो बुजुर्गो के अकेलेपन का दर्द

भागदौड़ की इस जिंदगी में लोग इतने व्यस्त हो गये हैं कि वो खुद को तो छोड़ दीजिए परिवार को भी समय नहीं दे पाते

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Jan 2020 11:34 PM (IST) Updated:Thu, 23 Jan 2020 06:10 AM (IST)
'आरंभ' में दिखा दो बुजुर्गो के अकेलेपन का दर्द
'आरंभ' में दिखा दो बुजुर्गो के अकेलेपन का दर्द

पटना। भागदौड़ की इस जिंदगी में लोग इतने व्यस्त हो गये हैं कि वो खुद को तो छोड़ दीजिए अपने परिवार को भी समय नहीं दे पाते हैं। नतीजा यह होता है कि उनके परिवार का सदस्य उनसे कब दूर जाता है उन्हें पता ही नहीं चलता, जिसके कारण वे अकेलेपन का शिकार हो जाते हैं। इस अकेलेपन के पीछे सिर्फ हमारे परिवार की ही नहीं हमारे समाज की भी लापरवाही होती है। कुछ ऐसे ही दृश्य बुधवार की शाम प्रेमचंद रंगशाला के मंच पर दिखाई दिये। मौका था इमैजिनेशन, पटना की ओर से आयोजित परवाज नाट्य महोत्सव के तीसरे दिन अक्षरा आ‌र्ट्स, पटना के बैनर तले नाटक 'आरंभ' के मंचन का। इसका निर्देशन अजित कुमार ने किया। नाटक में दिखाने की कोशिश की गई कि किस तरह से दो बुजुर्ग सामाजिक और पारिवारिक लापरवाही के कारण आंतरिक अकेलेपन का शिकार हो चुके हैं और ये दोनों भावनात्मक रूप से आपस में जुड़ जाते हैं। यह नाटक विपरीत परिस्थितियों में जीने की नाजुक महत्वाकांक्षा और उस संकट से निकलने का एक जीता-जागता उदाहरण है। नाटक में रामेश्वर बाबू और सीता बाबू अकेलेपन के चरम पर पहुंच चुके हैं। दोनों अतीत में छोड़े गए भावनात्मक संबंधों को सहेजने और उसे पुनर्जीवित करने की साथ ही नया जीवन जीने का संकल्प ले चुके हैं। कहानी की आधारशिला में दो बुजुर्ग लोगों के आंतरिक संघर्ष को दर्शाने का प्रयास किया गया है। नाटक में आदिल रशीद, लाडली रॉय, कुनाल कुमार, गुलशन कुमार, रवि, आरती सिंह, गोविंद, आयुष, रोहित, पियूष गुप्ता, निश्चय सिंह ने अपने शानदार अभिनय से लोगों को शुरू से अंत तक बांधे रखा। गीत संगीत की हुई प्रस्तुति

प्रेमचंद रंगशाला के परिसर में अमरजीत एंड ग्रुप द्वारा फोल्क संगीत की प्रस्तुति हुई। संगीतमयी शाम का दर्शकों ने खूब आनंद लिया।

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