सुमो का तेजप्रताप को अॉफर,1साल RSS में हो जाओ शामिल, तेज ने दिया जवाब

तेजप्रताप यादव और सुशील मोदी में आजकल जुबानी जंग जारी है। अाज सुशील मोदी ने तेजप्रताप को आरएसएस ज्वाइन करने की सलाह दी तो तेज ने कहा कि डीएनएस आरएसएस को जवाब देगा।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Tue, 28 Mar 2017 01:39 PM (IST) Updated:Wed, 29 Mar 2017 08:35 PM (IST)
सुमो का तेजप्रताप को अॉफर,1साल RSS में हो जाओ शामिल, तेज ने दिया जवाब
सुमो का तेजप्रताप को अॉफर,1साल RSS में हो जाओ शामिल, तेज ने दिया जवाब

 पटना [जेएनएन]। भाजपा नेता सुशील मोदी और लालू के ज्येष्ठ पुत्र सह बिहार के स्वास्थ्यमंत्री के बीच जुबानी जंग लगातार जारी है। सुशील मोदी ने तेजप्रताप यादव को अॉफर दिया कि एक साल के लिए वो आरएसएस में शामिल हो जाएं।

इसपर तेजप्रताप यादव ने जवाब दिया कि धर्म निरपेक्ष सेवक संघ आरएसएस से मुकाबला करने के लिए तैयार है। धर्म निरपेक्ष सेवक संघ युवा राजद की शुरू की गई संस्था है जिसे तेजप्रताप का नेतृत्व प्राप्त है। यह संस्था सोशल साइट्स पर भी एक्टिव है, जिसके एक हजार से ज्यादा सदस्य हैं। यह संस्था बिहार के विभिन्न जिलों में काम कर रही है।

आरएसएस को जवाब देगा डीएसएस

इससे पहले भी आरजेडी लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने कहा 'छात्र राजद नौजवानों के हक को छीनने नहीं देगा, आरक्षण हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। आरएसएस की मनमानी नहीं चलने देंगे।'
तेजप्रताप ने कहा कि धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ (DSS) आरक्षण पर RSS को खेदड़ देगा। उन्होंने चेतावनी के लहजे में कहा 'खबरदार, अगर आरक्षण से छेड़छाड़ की तो।'
कई दिनों से हो रहे जुबानी हमले
स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी पर हमलावर होते हुए कहा कि जब मोदी जी जैसे लोग मुझे ट्रेनिंग देने की बात करते हैं तो उनकी योग्यता पर दया आती है। उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि वे आदरणीय लालू जी के पीए रह चुके हैं। उनको राजनीति का ककहरा सिखाने वाले लालू जी ही मेरे राजनीतिक प्रशिक्षक और गुरु भी हैं। 
तेजप्रताप ने आगे कहा कि अफसोस है कि जातिवादी संगठन आरएसएस के चंगुल में आकर मोदी जी सामाजिक न्याय का पाठ भूल गए हैं। मैंने सामाजिक न्याय का पाठ इतना सीख लिया है कि आने वाले दिनों में उन्हें राजनीतिक प्रशिक्षण देकर उनका शुद्धिकरण करूंगा। 
तेजस्वी ने कहा कि मोदी जी को यह याद रखना चाहिए कि जब वे पहली बार विधानसभा में पहुंचे थे तो मेरी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने ही उन्हें सदन में बोलना सिखाया था। इसलिए मेरी ट्रेनिंग के बारे में उनको व्यथित होने की जरूरत नहीं है। 
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