बिहारः नालंदा के इस्लामपुर में टैंकर से कुचलकर किशोरी की मौत, एक गंभीर रूप से घायल

थाना क्षेत्र के इस्लामपुर बाजार में बग्गा धर्मशाला के समीप सोमवार की दोपहर भारत पेट्रोलियम के टैंकर से कुचलकर एक किशोरी की मौत हो गई। जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतका की पहचान 13 वर्षीय खुशी कुमारी के रूप में हुई है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 05:15 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 05:15 PM (IST)
बिहारः नालंदा के इस्लामपुर में टैंकर से कुचलकर किशोरी की मौत, एक गंभीर रूप से घायल
नालंदा में सड़क हादसे में किशोरी की मौत हो गई। प्रतीकात्मक तस्वीर।

संवाद सूत्र, इस्लामपुर। थाना क्षेत्र के इस्लामपुर बाजार में बग्गा धर्मशाला के समीप सोमवार की दोपहर भारत पेट्रोलियम के टैंकर से कुचलकर एक किशोरी की मौत हो गई। जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतका थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव निवासी अविनाश कुमार की 13 वर्षीय पुत्री खुशी कुमारी है। वहीं, मृतका के दादा अनिल प्रसाद गंभीर रूप से घायल हो गए। इधर, घटना की सूचना मिलते ही आनन-फानन में स्वजन मौके पर पहुंचे। उसके बाद जीवित समझ कर युवती को इलाज के लिए इस्लामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां चिकित्सक ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद स्जवनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

इधर, घटना के बाद भारत पेट्रोलियम की ट्रैंकर को घटना स्थल पर ही ग्रामीणों ने पकड़ लिया। ग्रामीणों ने दुर्घटना की सूचना इस्लामपुर थाना को दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर थानाध्यक्ष शरद कुमार रंजन दलबल के साथ पहुंचे। सबसे पहले शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए लिए सदर अस्पताल भेजा। दुर्घटनाग्रस्त लोरी और ड्राइवर को अपने साथ थाना ले आए। थानाध्यक्ष ने बताया कि मृत किशोरी खुशी कुमारी सड़क पर अपने दादा के साथ साइकिल से इस्लामपुर बाजार आ रही थी।

इसी बीच अनियंत्रित गति से आ रहे लोरी ने कुचल दिया, जिसमें किशोरी की मौत हो गई। बताया जाता है कि खुशी कुमारी अपने दादा के साथ इस्लामपुर ट्यूशन पढ़ने आ रही थी। मृतक के दादा अनिल प्रसाद ने थाने में लोरी के चालक एवं मालिक पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मालिक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। ग्रामीणों ने बताया की मृतका एक भाई और एक बहन थी। माता-पिता गुजरात में रह कर मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। पोती दादा के साथ गांव में ही रह कर स्कूल में पढ़ाई करती थी। वहीं स्थानीय प्रशासन के द्वारा मृतक के स्वजन को पारिवारिक लाभ के तहत 20 हजार रुपया नगद देते हुए आपदा के तहत मिलने वाली राशि को जल्द से जल्द दिलाने का आश्वासन दिया। 

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