सीएम नीतीश को राजद का गिव एंड टेक ऑफर, तेजस्वी को बना दें सीएम, आप बन जाएं पीएम

अरुणाचल के मुद्दे को लेकर भाजपा और जदयू के रिश्‍ते में आए तनाव के बाद राजद नेताओं में नीतीश को अपने खेमे में करने होड़ सी मची है। कभी नीतीश के करीबी रहे अब राजद नेता उदय नारायण ने नीतीश को खुला ऑफर दिया है।

By Sumita JaiswalEdited By: Publish:Tue, 29 Dec 2020 05:31 PM (IST) Updated:Wed, 30 Dec 2020 07:50 AM (IST)
सीएम नीतीश को राजद का गिव एंड टेक ऑफर, तेजस्वी को बना दें सीएम, आप बन जाएं पीएम
नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव और सीएम नीतीश कुमार की तस्‍वीर ।

पटना, राज्य ब्यूरो । अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में भाजपा (BJP) ने जदयू (JDU) के छह विधायकों (MLAs)  को क्या तोड़ा, मुख्य विपक्षी राजद (RJD) के कई नेताओं के दिल में जदयू और खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के लिए सहानुभूति की बाढ़ आ गई। पार्टी में टूट के दिन राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwari) ने नीतीश को साहस के साथ निर्णय लेने की सलाह दी थी। मतलब वे भाजपा से अलग होने का साहस दिखाएं। मंगलवार ( 29 दिसंबर) को राजद के एक अन्य बड़े नेता उदय नारायण चौधरी (Uday Narayan Chaudhary) ने नीतीश को खुला ऑफर दे दिया-भाजपा से अलग होकर राजद से हाथ मिलाएं। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को मुख्यमंत्री बना दें। खुद 2024 में देश का प्रधानमंत्री (PM) बनने की तैयारी करें।

नीतीश में पीएम बनने की क्षमता

एक दौर में नीतीश कुमार के करीबी रहे विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने इन दिनों राजद में हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का एनडीए में सम्मान नहीं हो रहा है। उन्हें जल्द से जल्द यूपीए से जुड़ जाना चाहिए। ऐसा होता है तो नीतीश 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के स्वाभाविक दावेदार होंगे। उनमें क्षमता भी है। चौधरी ने कहा कि अगर तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री बनते हैं तो वह विकास की गति को तेज करेंगे। तेजस्वी युवा हैं। उनमें समाज के सभी वर्ग को साथ लेकर चलने की क्षमता है।

उदय पहले जदयू के साथ थे, बाद में बदला रास्‍ता

मालूम हो कि 2014 में उदय नारायण चौधरी जब जदयू के साथ थे, उन्होंने नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार बताया था। हालांकि, 2015 के विधानसभा चुनाव में जदयू टिकट पर हार के बाद चौधरी का रास्ता बदल गया। वह राजद में चले गए। हालांकि राजद उम्मीदवार की हैसियत से भी उनकी हार ही हुई। दिलचस्प यह है कि विधानसभा चुनाव में चौधरी को पराजित करने वाले हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी हैं। मोर्चा के चार विधायक नीतीश कुमार की सरकार का समर्थन कर रहे हैं। मांझी के पुत्र संतोष मांझी नीतीश कैबिनेट में मंत्री हैं।

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