राजभवन की दो टूक, पीडब्लूसी नहीं ले बीएड काउंसलिंग

पटना वीमेंस कॉलेज (पीडब्लूसी) को राजभवन ने दो टूक कहा है कि वह बीएड कोर्स में अपने स्तर पर काउंसलिंग का आयोजन नहीं करे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Aug 2018 09:28 PM (IST) Updated:Mon, 06 Aug 2018 09:28 PM (IST)
राजभवन की दो टूक, पीडब्लूसी नहीं ले बीएड काउंसलिंग
राजभवन की दो टूक, पीडब्लूसी नहीं ले बीएड काउंसलिंग

पटना । पटना वीमेंस कॉलेज (पीडब्लूसी) को राजभवन ने दो टूक कहा है कि वह बीएड कोर्स में नामांकन के लिए काउंसिलिंग आयोजित नहीं करे। यदि कॉलेज प्रशासन अपने स्तर से काउंसिलिंग कर बीएड की 100 सीटों पर नामांकन लेता है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सूबे में एनसीटीई से मान्यता प्राप्त सभी 322 बीएड कॉलेजों में नामांकन सीईटी में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का ही होगा। काउंसलिंग के बाद नालंदा खुला विश्वविद्यालय द्वारा जारी अभ्यर्थियों की सूची के अनुसार ही संबंधित कॉलेज नामांकन लेंगे। इससे इतर एक भी अभ्यर्थी का नामांकन किसी कॉलेज में होने की सूचना प्राप्त हुई तो जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, इस मसले पर पटना वीमेंस कॉलेज प्रशासन ने किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से इन्कार कर दिया है। सूत्रों की मानें तो काउंसलिंग में शामिल होने के लिए सोमवार को भी अभ्यर्थियों से आवेदन लिए गए हैं।

सीईटी वीएड के राज्य नोडल पदाधिकारी सह एनओयू के रजिस्ट्रार डॉ. एसपी सिन्हा ने बताया कि कुलाधिपति कार्यालय के निर्देश पर सभी कॉलेजों को पूर्व में ही पूरी प्रक्रिया की सूचना दी गई है। कोई भी कॉलेज अपने स्तर से काउंसलिंग कर एक भी सीट पर नामांकन नहीं ले सकता है। सीईटी बीएड परिनियम के अनुसार सूबे के सभी बीएड कॉलेजों में नालंदा खुला विश्वविद्यालय द्वारा काउंसलिंग के बाद अनुशंसित अभ्यर्थियों का ही नामांकन हो सकता है। सीईटी के कटऑफ से कम अंक वाले अभ्यर्थी का किसी भी स्थिति में नामांकन नहीं होगा।

प्राथमिकी दर्ज कर होगी कार्रवाई :

सभी कॉलेजों को बीएड में नामांकन पाने वाले सभी विद्यार्थियों की सूची कुलाधिपति कार्यालय को देनी होगी। सूची प्राप्त होने के बाद एक-एक विद्यार्थी के सीईटी में प्राप्त अंक तथा अन्य जरूरी कागजात की जांच कराई जाएगी। इसमें दोषी पाए जाने पर संबंधित कॉलेज और अभ्यर्थी पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई होगी।

: निजी कॉलेजों की हटाई गई कैनोपी :

ज्ञान भवन के पास निजी बीएड कॉलेजों द्वारा लगाई गई कैनोपी को हटा दिया गया है। एनओयू प्रशासन को शिकायत मिली थी कि अभ्यर्थियों में कुछ लोग भ्रम फैला रहे थे कि कम अंक के बावजूद उनका नामांकन बीएड कॉलेज में करा देंगे। राज्य नोडल पदाधिकारी ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद संबंधित व्यक्ति और संस्था पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों की मानें तो अभ्यर्थियों ने दलालों द्वारा भ्रम फैलाने का वीडियो भी एनओयू प्रशासन को सौंपा है।

फर्जी अलॉटमेंट लेटर किया जा रहा वायरल :

नालंदा खुला विश्वविद्यालय के लेटर हेड पर फर्जी अलॉटमेंट लेटर वायरल किया जा रहा है। माफिया तत्व अभ्यर्थियों को फर्जी लेटर दिखाकर उनके मनपंसद कॉलेजों में नामांकन करा देने का आश्वासन देकर रुपये मांग रहे हैं। राज्य नोडल पदाधिकारी ने बताया कि एक साथ ही सभी चयनित अभ्यर्थियों की अलॉटमेंट सूची एनओयू की आधिकारिक वेबसाइट (www.ठ्ठड्डद्यड्डठ्ठस्त्रड्डश्रश्चद्गठ्ठह्वठ्ठद्ब1द्गह्मह्यद्बह्ल4.द्बठ्ठ) पर नौ अगस्त को जारी की जाएगी। बीएड नामांकन से संबंधित जानकारी एनओयू की वेबसाइट और अखबारों में विज्ञापन के माध्यम से ही अभ्यर्थियों को दी जाएगी। उन्होंने अफवाह फैलाने वाले तत्वों से सावधान रहने को कहा है।

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सूबे के सभी 322 कॉलेजों में उन्हीं अभ्यर्थियों का नामांकन होगा जिनका नाम नालंदा खुला विश्वविद्यालय द्वारा जारी सूची में होगा। कोई भी कॉलेज बगैर क्वालीफाई किए अभ्यर्थी का नामांकन लेता है तो उनके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ. एसपी सिन्हा, राज्य नोडल पदाधिकारी, सीईटी बीएड

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