बकरी को गोद में लेकर थाने पहुंचे मां-बेटा, रोते हुए कहा-दर्ज कीजिए FIR, जानिए मामला

बिहार में मुगेर पुलिस एक अजीबोगरीब वाकया देखकर हैरान हो गयी जब एक मां-बेटा बकरी को गोद में लिए पहुंचे और कहा कि दो लोगों ने बकरी का पैर तोड़ दिया है एफआइआर दर्ज कीजिए। जानिए मामला

By Kajal KumariEdited By: Publish:Mon, 01 Jul 2019 03:15 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jul 2019 10:34 PM (IST)
बकरी को गोद में लेकर थाने पहुंचे मां-बेटा, रोते हुए कहा-दर्ज कीजिए FIR, जानिए मामला
बकरी को गोद में लेकर थाने पहुंचे मां-बेटा, रोते हुए कहा-दर्ज कीजिए FIR, जानिए मामला

पटना, जेएनएन। मुंगेर जिले के कासिम बाजाप थाने की पुलिस थाने में एक अजीबो-गरीब वाकया देखकर हैरान हो गई, जब एक मां अपने बेटे के साथ बकरी को गोद में लेकर थाने पहुंच गई और कहा कि दो दबंगो ने मिलकर बकरी का पैर तोड़ दिया है। आप एफआइआर दर्ज कीजिए।

मां-बेटा दोनों ने अपनी बकरी के पैर तोड़ने का आरोप लगाते हुए पुलिस से जल्द कार्रवाई करने की मांग की और दो व्यक्तियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की थानाध्यक्ष से गुहार लगाई।

दरअसल, मुंगेर जिले के कासिम बाजार थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले हेरूदियारा गांव  के निवासी जय राम कुमार यादव और उसकी मां कालो देवी अपनी बकरी को लेकर थाने पहुंचे तो पहले पुलिस हैरान हुई और फिर बाद में संवेदनशीलता दिखाते हुए बकरी को इलाज के लिए पशु चिकित्सालय भेजा और बकरी के टूटे पैर में प्लास्टर करा दिया।

पीड़ित जय रामकुमार ने गांव के दो लोगों के खिलाफ बकरी का पैर तोड़ने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। अपने शिकायती पत्र में रामकुमार ने कहा कि उसकी बकरी घर के सामने चर रही थी। उसके पड़ोसी प्रभात यादव ने लाठी मारकर बकरी का पैर तोड़ दिया। रामकुमार ने बताया कि यह कोई पहली घटना नहीं है, जब उसके पड़ोसी ने उसके जानवरों के खिलाफ हिंसक कार्य किया हो।

रामकुमार ने बताया कि पांच महीने पहले भी प्रभात यादव ने पंकज यादव के साथ मिलकर उसके घोड़े का भी पैर तोड़ दिया था। रामकुमार ने कहा कि दरअसल उसका पड़ोसी प्रभात यादव उसके घर के सामने बने सरकारी नाले पर कब्जा करना चाहता है और इसीलिए जब भी कोई जानवर उधर जाता है तो वह उस पर हमला कर देता है।

रामकुमार ने बताया कि उसने कई बार विरोध किया और कई बार लिखित रूप से इसकी शिकायत भी दर्ज कराने का प्रयास किया। वहीं कासिम बाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार ने पीड़ित व्यक्ति का आवेदन स्वीकार हुए उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया है और बकरी की सलामती के लिए उसका ख्याल रखने को कहा है।

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