पार्टी में पहुंची पुलिस, देखते ही कोई पानी की टंकी में कूदा तो कोई कूलर में, जानिए वजह

बिहार के सासाराम जिले के एक होटल में देर रात शराब-शबाब की पार्टी चल रही थी कि अचानक पुलिस पहुंच गई। पुलिस को देखते ही कोई पानी की टंकी में कूद गया तो कोई कूलर में घुस गया।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Tue, 09 Jul 2019 02:41 PM (IST) Updated:Wed, 10 Jul 2019 05:11 PM (IST)
पार्टी में पहुंची पुलिस, देखते ही कोई पानी की टंकी में कूदा तो कोई कूलर में, जानिए वजह
पार्टी में पहुंची पुलिस, देखते ही कोई पानी की टंकी में कूदा तो कोई कूलर में, जानिए वजह

पटना, जेएनएन। कैमूर जिले के स्तंभ से कुदरा जानेवाले बाइपास रोड स्थित होटल संजय वाटिका में पुलिस ने गुप्त जानकारी के आधार पर धावा बोला जिसके बाद होटल में शराब और शबाब पार्टी मना रहे युवकों के बीच हड़कंप मच गया। शराब के नशे में धुत्त कुछ युवक पानी की टंकी में कूद गए तो कुछ चल रहे कूलर के भीतर घुस गए। कुछ नाच रही बार बालाओं के पीछे छुप गए। पुलिस ने एक-एक कर सबको धर दबोचा।

होटल में शराब और मटन की पार्टी मना रहे नशे में धुत्त युवक बार बालाओं के साथ ठुमका लगा रहे थे। पुलिस ने करीब दो दर्जन युवकों को गिरफ्तार किया है। वहीं, पार्टी में नाच रही चार बार बालाओं को भी हिरासत में लिया गया है। इसमें शराब के नशे में नहीं पाये गये आठ लोगों और चार बार बालाओं को पीआर बॉन्ड पर छोड़ दिया गया।

शराब के नशे में पाये गये 10 लोगों, बार बालाओं को लानेवाले चालक मुगलसराय निवासी रामाश्रय यादव और संजय वाटिका के मालिक विकास सिंह को जेल भेज दिया गया है। 

एसपी दिलनवाज अहमद ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि शहर के संजय वाटिका में बार बालाओं के डांस के साथ शराब और मटन की पार्टी चल रही है। पुलिस ने छापेमारी की, तो पाया कि संजय वाटिका में 30-40 की संख्या में लोगों द्वारा शराब और मटन की पार्टी की जा रही है. वहीं, स्टेज पर बार बालाएं ठुमका लगा रही हैं।

इस पार्टी में शहर के कई रईस लोगों के लड़के मौजूद हैं और पार्टी में लोगों की संख्या को देख पर्याप्त संख्या में छापेमारी के लिए पुलिस बल बुलाया गया था। एसपी ने बताया कि 13 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें पकड़े गये 12 युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। वहीं ऑर्केस्टा संचालक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

पुलिस जब मध्यरात्रि में एक बजे छापेमारी के लिए संजय वाटिका के गेट पर पहुंची, तो वाटिका के अंदर पार्टी मना रहे लोगों में हड़कंप मच गया। पुलिस को देख लोग भागने लगे. कोई पानी टंकी में जा छिपा, तो कोई कूलर का ढक्कन खोल कर उसमें जाकर छिप गया। यहीं नहीं, जिस स्टेज पर बार बालाएं नाच रही थीं, उस स्टेज के नीचे भी छह युवक घुस कर छिपे थे।

पुलिस होटल की तलाशी लेने लगी, तो शौचालय से लेकर स्टोर रूम में लोग पकड़े गये। वाटिका के हॉल में टेबुल पर शराब की बोतलें पड़ी थीं। पुलिस को देख शराब की कई बोतलों को बाहर फेंका जाने लगा था और बार बालाएं भी स्टेज छोड़ कर कमरे में जाकर छिप गयीं थीं।

पकड़े गये युवकों ने पुलिस से बचने के लिए एक नई कहानी बनायी थी जिसमें होटल के मालिक विकास सिंह को यह सिखाया गया था कि वह पुलिस को बता दें कि उसके लड़के की छठ्ठी है और उसी उपलक्ष्य में पार्टी का आयोजन किया गया है।

लेकिन जब पुलिस ने पूछताछ शुरू की, तो विकास सिंह ने पहले झूठ बोला फिर बाद में कहा कि महेसुआं के बहादुर सिंह ने शराब और बार बालाओं की पार्टी के लिए वाटिका को बुक किया था और मुगलसराय के रोहित सिंह ने बार बालाओं को यहां भेजा था। पुलिस उनलोगों के ऊपर भी प्राथमिकी दर्ज की है। 

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