परिषद में विपक्ष का हंगामा, नहीं चला शून्यकाल
विधान परिषद में शुक्रवार को विपक्षी सदस्यों ने प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद दो अलग-अलग कार्यस्थगन प्रस्ताव की स्वीकृति को लेकर सदन में हंगामा किया। शून्यकाल नहीं चला। पोस्टर लिए भाजपा सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करने लगे।
पटना। विधान परिषद में शुक्रवार को विपक्षी सदस्यों ने प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद दो अलग-अलग कार्यस्थगन प्रस्ताव की स्वीकृति को लेकर सदन में हंगामा किया। शून्यकाल नहीं चला। पोस्टर लिए भाजपा सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। हंगामा के कारण सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सदन की कार्यवाही निर्धारित समय से पहले भोजनावकाश तक स्थगित कर दी।
सदन में भाजपा सदस्यों की नारेबाजी पर जदयू के रामबचन राय ने कहा कि सदन ने आचार समिति की अनुशंसा को स्वीकार किया है। इसके अधार पर सदस्यों को वेल में नहीं आना चाहिए। इसका भाजपा सदस्यों पर कोई असर नहीं पड़ा। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद विपक्ष ने नेता सुशील कुमार मोदी ने संवाददाताओं से बात की। मोदी ने कहा कि हमलोग आचार समिति की अनुशंसा का पालन कर रहे हैं। सरकार नहीं सुनेगी तो वेल में जाने का भी अधिकार है। उन्होंने कहा कि भाजपा सदस्य रजनीश कुमार ने अति पिछड़े वर्ग के छात्रों को मिलने वाली पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की राशि एक लाख से घटाकर 5000 रुपये करने व मैट्रिक द्वितीय श्रेणी उत्तीर्ण व इंटर में प्रथम व द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण अति पिछड़े व सामान्य वर्ग के छात्र -छात्राओं को प्रोत्साहन राशि से वंचित करने के मामले पर कार्यस्थगन दिया था। उनके मुताबिक अति पिछड़ों ने चुनाव में एनडीए को वोट दिया था। इसलिए उनको राशि से वंचित किया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को दो माह बाद याद आया कि मधुबनी जिले के अंधराठाढ़ी मंदिर में उनके द्वारा पूजा किए जाने के बाद धोया गया। उन्होंने उच्च अधिकारियों की जांच कमेटी गठित की, जिसने इसको गलत पाया है। इसलिए जानबूझकर जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है। दशहरा में गांधी मैदान में आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में दर्जनों लोगों की हुई मौत की जांच रिपोर्ट तो सार्वजनिक कर दी गयी, किन्तु रिपोर्ट के आधार पर किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है। इस मुद्दे पर भाजपा के लालबाबू प्रसाद ने कार्यस्थगन दिया था।