साढ़े चार करोड़ का क्लोन चेक ले बैंक पहुंच गया जालसाज, एक फोन ने करा दी फजीहत: Patna News

पटना में एक जालसाज इतनी बड़ी रकम पर हाथ साफ करने जा रहा था कि जल्द कोई सोच भी न सके। पाटलिपुत्र यूनीवर्सटी के नाम पर करोड़ों का फ्राड एेसे पकड़ा गया।

By Edited By: Publish:Mon, 17 Jun 2019 09:12 PM (IST) Updated:Tue, 18 Jun 2019 09:18 AM (IST)
साढ़े चार करोड़ का क्लोन चेक ले बैंक पहुंच गया जालसाज, एक फोन ने करा दी फजीहत: Patna News
साढ़े चार करोड़ का क्लोन चेक ले बैंक पहुंच गया जालसाज, एक फोन ने करा दी फजीहत: Patna News
पटना, जेएनएन। राजधानी के पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा से दो फर्जी चेक से साढ़े चार करोड़ रुपये फर्जी ढंग से आरटीजीएस कराने पहुंचे जालसाज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। घटना कॉलेज ऑफ कॉमर्स, आ‌र्ट्स एंड साइंस परिसर स्थित सेंट्रल बैंक की शाखा में हुई। दोनों चेक पर पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी का अकाउंट नंबर मिला है। जालसाज यूनिवर्सिटी के खाते से रकम उड़ाने की फिराक में था। गिरफ्तार आरोपित राजकुमार राम झारखंड के जामताड़ा का रहने वाला है। गिरोह के सरगना सहित तीन अन्य जालसाजों की पहचान कर गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी में जुटी है।

आरटीजीएस कराने को शाखा प्रबंधक को किया फोन
शाखा प्रबंधक मनोज कुमार ने बताया कि दोपहर में अंजान नंबर से उनके मोबाइल पर फोन आया। फोन पर किसी ने खुद को पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी का रजिस्ट्रार बताया। कहा कि मुझे दो आरटीजीएस कराने हैं। इसके लिए मैं एक आदमी को भेज रहा हूं। दोहपर करीब एक बजे कॉलेज कैंपस स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में एक युवक दो चेक के साथ शाखा प्रबंधक के चैंबर में पहुंच गया। आरटीजीएस करने वाले दोनों चेक मैनेजर को दिए। दोनों चेक की कुल मिलाकर 4 करोड़ 57 लाख रुपये राशि देखते मैनेजर को संदेह हुआ। मैनेजर ने जालसाज को चकमा देने के लिए कहा कि रकम ज्यादा है, इसके लिए मुख्य शाखा से संपर्क करना होगा। इतना बोलकर वह केबिन से बाहर आ गए और जालसाज वहीं बैठा रहा। मैनेजर ने फिर विश्वविद्यालय के अधिकारियों से संपर्क करना शुरू किया। चेक पर यूनिवर्सिटी का बैंक अकाउंट और रजिस्ट्रार से मिलता जुलता हस्ताक्षर था।

पुलिस को फोन करने के बाद कांपने लगे शाखा प्रबंधक
शाखा प्रबंधक जालसाज को अपने केबिन में बैठाकर बाहर निकले और पत्रकारनगर के थानेदार को फोन कर इस बात की सूचना दी। बैंक के स्टाफ को भी जानकारी दी। एक स्टाफ गेट पर खड़ा हो गया। शाखा प्रबंधक वापस अपने केबिन में आ गए, लेकिन वह जालसाज के सामने कांप रहे थे। उन्हें डर था कि कहीं उसे पुलिस को सूचना देने की भनक नहीं लग गई हो। ऐसे में जालसाज गिरोह के अन्य बदमाश उनपर हमला न कर बैठें। वहीं दूसरी ओर सूचना के आठ से दस मिनट बाद ही थाने की पुलिस बैंक पहुंच गई। पुलिस ने राजकुमार को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही दोनों चेक भी जब्त कर लिए। उधर घटना की सूचना मिलते ही विश्वविद्यालय कुलपति तथा प्रतिकुलपति ने दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की बात कहीं। प्रतिकुलपति ने इसकी सूचना कुलानुशासक प्रो. मनोज कुमार और मीडिया प्रभारी डॉ. बीके मंगलम को दी। प्रो. मनोज और डॉ. मंगलम बैंक में पहुंचे और पूरे मामले की जांच पड़ताल की।

जामताड़ा से बस से आया था पटना, साथी ने दिया था चेक
पत्रकारनगर के प्रभारी थानेदार मनोज कुमार सिंह ने बताया कि जालसाज राजकुमार ने पूछताछ में बताया कि वह जामताड़ा से बस से पटना आया था। यहां आने के बाद उसे दो लोगों ने चेक दिया। बोला कि बैंक में जाओ और शाखा प्रबंधक को सौंप देना। पुलिस की मानें तो राजकुमार इसमें अकेले नहीं, पूरा गिरोह है। उसे साथ लेकर उसके साथियों की तलाश में पुलिस निशानदेही पर छापेमारी कर रही है।

फुटेज खंगाल रही पुलिस, कर रही हस्ताक्षर व चेक नंबर का मिलान
राजकुमार कॉलेज के बगल में स्थित एटीएम के रास्ते बैंक में गया था। पुलिस बैंक और बैंक के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज खंगाल रही है। राजकुमार को चेक कहां से मिला, किसने दिया, जालसाजों के पास बैंक अकाउंट नंबर कहां से मिला, रजिस्ट्रार के हस्ताक्षर किसने किए, ऐसे कई बिंदुओं पर पुलिस पड़ताल कर रही है।

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