नीतीश-लालू के निर्देशों पर भी नहीं थम रहा अपराध : सुशील मोदी
पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (सुमो) ने कहा कि मुख्यमंत्री के बार-बार निर्देशों के बावजूद अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के निर्देशों का कोई असर नहीं दिख रहा है।
पटना। पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (सुमो) ने कहा कि मुख्यमंत्री के बार-बार निर्देशों के बावजूद अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के निर्देशों का कोई असर नहीं दिख रहा है।
सुमो ने कहा कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि दिनदहाड़े हत्या, बैंक लूट और डकैतियों का तांता लगा हुआ है। जमुई के खैरा से चोरी हुई भगवान महावीर की 2600 साल पुरानी मूर्ति की बरामदगी में भी सरकार अब तक विफल है।
भाजपा नेता ने कहा कि शिवहर कलेक्ट्रेट से महज आधा किमी की दूरी पर बुधवार को दिनदहाड़े अपराधियों ने ग्रामीण विद्युतीकरण के काम में लगी कम्पनी टेक्नो पावर इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के प्रधान सुपरवाइजर राजेन्द्र प्रसाद सिंह को रंगदारी नहीं दिए जाने पर एके-47 से भून डाला।
वहीं मंगलवार को पूर्णिया के गुलाबबाग मंडी में आधी रात के बाद चावल व्यापारी की दुकान में डाका डाल कर डकैतों ने 30 लाख से ज्यादा रुपये लूट लिए। 20 लाख रुपये लेवी नहीं दिए जाने पर अपराधियों ने नालंदा जिले के हिलसा बाजार में हार्डवेयर व्यवसायी समेत दो को गोलियों से छलनी कर दिया, जिनमें एक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन दिन पहले 30 नवंबर को एक दिन में प्रदेश में लूट की पांच बड़ी घटनाएं घटीं। अपराधियों ने जहां वैशाली में केनरा बैंक से 15 लाख और सिवान में ग्रामीण बैंक से चार लाख रुपये वहीं सासाराम में अमृतसर के स्वर्ण व्यवसायी से 13 लाख रुपये के जेवरात लूट लिए।
वैशाली के फ्लावर मिल से 1.63 लाख तो पूर्णिया में व्यवसायी से 6.25 लाख रुपये लूटे गए। एक दिसंबर को वैशाली के गोरौल और पूर्वी चंपारण के गोविंदापुर ग्रामीण बैंक से करीब छह लाख रुपये लूट लिए गए। एक सप्ताह पहले नालंदा जिला के केनरा बैंक की शाखा से लुटेरों ने करीब 43 लाख रुपये लूट लिए थे।
सुमो ने कहा कि अपराध की बढ़ती घटनाओं को रोकने में जहां प्रदेश की पुलिस लाचार दिख रही हैं, वहीं सरकार भी विवश नजर आ रही है। बैंककर्मी, व्यवसायी, निर्माण कार्य में लगी कम्पनियां और आम लोग भय और दहशत में हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद को अपराध की घटनाओं को रोकने के लिए कारगर पहल करने की जरूरत है।