नीतीश ने कहा, अफवाहें उड़ाकर विपक्ष मेरी 'राजनीतिक हत्या' का कर रहा प्रयास

जदयू विधानमंडल दल की बैठक में पार्टी सुप्रीमो व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी राजनीतिक हत्या की कोशिश हो रही है। अफवाहें भी फैलाई जा रही हैं। लेकिन, वे खंडन नहीं करेंगे।

By Amit AlokEdited By: Publish:Mon, 28 Nov 2016 08:23 PM (IST) Updated:Tue, 29 Nov 2016 10:53 PM (IST)
नीतीश ने कहा, अफवाहें उड़ाकर विपक्ष मेरी 'राजनीतिक हत्या' का कर रहा प्रयास
नीतीश ने कहा, अफवाहें उड़ाकर विपक्ष मेरी 'राजनीतिक हत्या' का कर रहा प्रयास

पटना [राज्य ब्यूरो]। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मेरे बारे में अफवाहें उड़ाकर विपक्ष मेरी राजनीतिक हत्या का प्रयास कर रहा है। सोमवार को जदयू विधानमंडल दल की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे राजनीतिक दृष्टिकोण का गलत तरीके से विश्लेषण किया जाता है।

नीतीश ने कहा कि मेरे बारे में तरह-तरह की अफवाहें फैलाई जातीं हैं। कभी कहा जाता है कि मेरी अमित शाह से मुलाकात हुई है तो कभी कहा जाता है, मैंने प्रधानमंत्री से बात की है। फिर मुझसे उम्मीद की जाती है कि मैं इन बातों का खंडन करूं। मैं खंडन क्यों करूं? खंडन करना तो किसी बात की पुष्टि करने जैसा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत लंबे अर्से से मेरे राजनीतिक जीवन पर प्रहार कर उसे खत्म करने का प्रयास जारी है। आजकल राजनीतिक सवालों पर नजरिया रखने पर इसकी अनर्गल राजनीतिक व्याख्या होने लगी है। इसकी मैं चिंता नहीं करता।

केंद्र की भाजपा सरकार की उन्मादी राजनीति, समाज को बांटने की प्रवृति, संघीय ढांचे पर प्रहार और असहिष्णुता के खिलाफ जदयू लगातार संघर्ष करता रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष उन मामलों को भी सदन में उठाता है जो राज्य से जुड़े नहीं हैं। ऐसे मामलों के माध्यम से वह महागठबंधन पर प्रहार करने की कोशिश करता है। विपक्ष की यह कार्यप्रणाली अनैतिक और राजनीतिक मर्यादा के विपरीत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कालाधन के खिलाफ हुई कार्रवाई का जदयू ने समर्थन किया है। कालाधन के साथ-साथ बेनामी सम्पत्ति एवं सोना, हीरा-जवाहरात को बड़े पैमाने पर जमा करने वालों पर भी कार्रवाई हो। इसके लिए यह उचित समय है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि केंद्र द्वारा कालाधन के खिलाफ की गई कार्रवाई का स्वागत करते हुए इसकी पूरी तैयारी न किए जाने के कारण जनता को होने वाली परेशानी को हमारी पार्टी संसद से लेकर विभिन्न फोरम पर गंभीरता से उठाती रही है। नोटबंदी पर्याप्त कदम नहीं है। जब तक सभी तरह की बेनामी सम्पत्ति पर प्रहार नहीं होगा, कालाधन उजागर नहीं हो सकता।

शराबबंदी की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसके अनैतिक व्यापार पर रोक लगाए जाने का समाज पर बहुत अच्छा असर है। निश्चय यात्रा के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि जनमानस ने इसका स्वागत किया है। नोटबंदी और बेनामी सम्पत्ति पर प्रहार के साथ-साथ शराब के अनैतिक व्यापार पर अंकुश लगाने से ही देश और समाज का निर्माण हो सकता है।

उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय जब भाजपा शासित राज्य जीएसटी का विरोध कर रहे थे, उस समय भी मैंने राज्यहित एवं राष्ट्रीय हित में जीएसटी लागू किए जाने का समर्थन किया था। दौर बदला है। जो जीएसटी का विरोध कर रहे थे, आज वह जीएसटी का श्रेय लेना चाहते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे, कालाधन पर कार्रवाई और जीएसटी जैसे राष्ट्रीय हित के मुद्दे पर अपना नजरिया पेश करने पर कुछ लोग इसकी राजनीतिक व्याख्या में लग जाते हैं।

सात निश्चय की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड नई पीढ़ी के छात्रों के लिए मेधा की उन्नति की मिसाल बनेगा। यह एक ऐसी अनोखी योजना है जिसमें राज्य सरकार गारंटर है। एक तरफ लोग राजनीति में वोट के लिए लोग झूठे वादे करते हैं, दूसरी ओर मैंने सात निश्चय के आधार पर जनादेश लिया तो एक वर्ष के अंदर क्रियान्वयन प्रारंभ कर दिया।

सात निश्चय का कार्यक्रम आम लोगों की जीवन से जुड़ा है। बैठक में जदयू विधायक दल के उपनेता श्याम रजक ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजनीति में नीतियों के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाते हुए मुख्यमंत्री डा.लोहिया और जेपी के सपने को साकार करने में लगे हैं। वहीं संसदीय कार्य मंत्री ने सभी सदस्यों को सदन में पूरी मजबूती से सरकार का पक्ष रखने का निर्देश दिया। बैठक में विधायकों एवं विधान पार्षदों के अलावा सभी मंत्री मौजूद थे।

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