और पढ़ेंगी लड़कियां और बढ़ेंगी लड़कियां, शुरू होगा अभियान

बिहार बालिका शिक्षा में एक और इबारत लिखेगा। राज्य में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए योजना चलेगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 08:00 AM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 08:00 AM (IST)
और पढ़ेंगी लड़कियां और बढ़ेंगी लड़कियां, शुरू होगा अभियान
और पढ़ेंगी लड़कियां और बढ़ेंगी लड़कियां, शुरू होगा अभियान

पटना। बिहार बालिका शिक्षा में एक और इबारत लिखेगा। राज्य में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नई कवायद की तैयारी है। जो लड़कियां राज्य सरकार की तमाम सुविधा रहने के बाद भी स्कूल तक नहीं पहुंची है उन्हें स्कूल तक लाने के लिए अगले महीने से विशेष अभियान चलेगा। इसका जिम्मा बिहार शिक्षा परियोजना परिषद को दिया गया है।

परियोजना परिषद ने इसके पहले संकुल स्तर पर बालिका शिक्षा के लिए अब तक चलाए गए कार्यक्रमों और उसके असर को लेकर जिला से लेकर प्रखंड तक के अधिकारियों से प्रेजेंटेशन तैयार करने को कहा है। प्रेजेंटेशन देखने के बाद यह तय होगा कि बालिका शिक्षा में सुधार के लिए और क्या कवायद होगी और इसमें और सुधार के लिए क्या किए जाने की दरकार है।

यदि किसी जिले या प्रखंड में बालिका शिक्षा के औसत में कमी पाई जाती है तो इन जिलों अथवा प्रखंड में लड़कियों को शिक्षा से जोड़ने के लिए उन्हें राज्य सरकार के स्तर पर चलाई जा रही योजना जैसे साइकिल, पोशाक, मैट्रिक पास करने पर दस हजार रुपये नकद, इंटर करने पर दस हजार और स्नातक करने पर 25 हजार रुपये तक की मदद जैसी योजना के बारे में बताकर उन्हें स्कूल आने के लिए प्रेरित किया जाएगा। संभावना जताई गई है कि जिला-प्रखंड स्तर पर प्रेजेंटेशन तैयार होने के बाद 20 अक्टूबर तक इस मसले पर बैठक होगी और अभियान की रूपरेखा तय की जाएगी।

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बॉक्स के लिए :

बिहार में 64 फीसद से अधिक है बालिका शिक्षा दर

बालिका शिक्षा में बिहार ने पिछले दस वर्ष में ऊंची छलांग लगाई है। शिक्षा विभाग के आंकड़े बताते हैं कि बालिका शिक्षा के मामले में बिहार दूसरे कई राज्यों से बेहतर स्थिति में है। बिहार में बालिका साक्षरता दर 64 फीसद से ज्यादा है। लड़कियां स्कूल नहीं जाती हैं या स्कूल बीच में छोड़ देती है उसकी बड़ी वजह है स्कूल में लड़कियों के लिए आवश्यक सुविधाओं का ना होना।

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