B.ed के अवैध विद्यार्थियों को चिह्नित करेगा NOU, 721 छात्रों की सौंप दी है सूची Patna News

सीईटी की नोडल एजेंसी नालंदा खुला विश्वविद्यालय बीएड कॉलेजों में नामांकित अवैध छात्रों को चिह्न्ति करेगा। इसके तहत छात्रों की सूची भी सौंप दी गई है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Sun, 15 Sep 2019 08:23 AM (IST) Updated:Sun, 15 Sep 2019 08:23 AM (IST)
B.ed के अवैध विद्यार्थियों को चिह्नित करेगा NOU, 721 छात्रों की सौंप दी है सूची Patna News
B.ed के अवैध विद्यार्थियों को चिह्नित करेगा NOU, 721 छात्रों की सौंप दी है सूची Patna News

पटना, जेएनएन। बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीईटी) की नोडल एजेंसी नालंदा खुला विश्वविद्यालय (एनओयू) बीएड कॉलेजों में नामांकित अवैध छात्रों को चिह्न्ति करेगा। राज्य नोडल पदाधिकारी डॉ. एसपी सिन्हा ने बताया कि पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय ने अवैध नामांकन वाले 721 छात्रों की सूची उपलब्ध कराई है। जांच कर रिपोर्ट सोमवार को सौंप दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि कोई भी विश्वविद्यालय अपने से संबद्ध बीएड कॉलेजों में नामांकित छात्रों की सूची उपलब्ध कराता है तो एनओयू उसकी जांच कर अवैध छात्रों को चिह्नित कर देगा। कॉलेजवार नामांकित छात्रों की सूची से सत्र 2018-20 के लिए जारी अनुशंसा पत्र का मिलान किया जाएगा। इससे अवैध नामांकन वाले छात्र स्वत: चिह्न्ति हो जाएंगे।

मौलाना मजहरूल हक में 474 छात्रों का नहीं हुआ रजिस्ट्रेशन } मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय से संबद्ध बीएड कॉलेजों में फर्जी छात्रों को पहले ही बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है। कुलसचिव कर्नल कामेश कुमार ने बताया कि कितने फर्जी छात्र नामांकित थे, इसकी सूचना विश्वविद्यालय प्रशासन को नहीं है।

विश्वविद्यालय ने उन्हीं छात्रों का रजिस्ट्रेशन स्वीकार किया जिनका नाम एनओयू से जारी सूची में था। एनओयू की सूची के अतिरिक्त एक भी छात्र का रजिस्ट्रेशन नहीं लिया गया था। इसके विरोध में बीएड कॉलेजों ने पटना हाईकोर्ट में अपील की। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया।

बीएड प्रथम वर्ष के छात्रों का परीक्षा परिणाम भी जारी किया जा चुका है। कोर्ट में पक्ष रखने वाले वकीलों के अनुसार न्यायालय में बीएड कॉलेजों द्वारा दी गई नामांकित छात्रों की संख्या और एनओयू द्वारा जारी संख्या में 474 का अंतर था।

पीपीयू में बीएड छात्रों ने किया हंगामा

पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में शनिवार को भी फॉर्म भरने से वंचित बीएड प्रथम वर्ष के छात्रों ने हंगामा किया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने फॉर्म भरने की अंतिम तिथि होने के कारण बीएड कॉलेजों के प्रतिनिधियों को भी बुलाया था। डीएसडब्ल्यू प्रो. केएल खत्री ने छात्रों से कहा कि नियम के अनुसार जिनका नामांकन नहीं हुआ है। उनका फॉर्म स्वीकार नहीं किया जाएगा। वहीं, बीएड कॉलेजों के प्रतिनिधि छात्रों को आश्वस्त कर रहे थे कि फॉर्म स्वीकार नहीं होने की स्थिति में उनका नामांकन शुल्क वापस कर दिया जाएगा।

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