पटना में डॉक्‍टर ने स्‍टोन के बदले निकाल दी दूसरी किडनी, मामला फंसा तो कहा- गलती हो गई, अब क्‍या करें

Medical Negligence Bihar पटना के एक अस्‍पताल में डॉक्‍टर ने लापरवाही कह हद कर दी। किडनी स्‍टोन के बदले दूसरी किडनी ही निकाल दी। इसके बाद जबरदस्‍त हंगामा हुआ तो गलती मानी और परिवार से समझौता कर लिया। क्‍या है पूरा मामला जानिए।

By Amit AlokEdited By: Publish:Thu, 19 Nov 2020 06:49 AM (IST) Updated:Fri, 20 Nov 2020 10:02 PM (IST)
पटना में डॉक्‍टर ने स्‍टोन के बदले निकाल दी दूसरी किडनी, मामला फंसा तो कहा- गलती हो गई, अब क्‍या करें
अस्‍पताल में किडनी का आपरेशन। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

पटना, जेएनएन। मरीज की बाईं किडनी में पथरी के ऑपरेशन के दौरान डॉक्‍टर ने पथरी के बदले दाईं किडनी ही निकाल दिया। ऑपरेशन के बाद जब अस्‍पताल ने स्‍वजनों को किडनी सौंपा तो हंगामा हो गया। आक्रोशित लोगों ने अस्‍पताल पर जमकर पथराव किया। हालांकि, डॉक्टर के गलती मानने और दूसरी किडनी के इलाज का पूरा खर्चा वहन करने का आश्वासन देने पर मामला पुलिस के पास नहीं गया। घटना पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र स्थित बीजीबी हॉस्पिटल का है। मरीज बेगूसराय का एक युवक है।

निजी अस्पताल को रेफर हुआ मरीज

बेगूसराय निवासी 26 वर्षीय युवक को कुछ दिनों से पेट दर्द हो रहा था। दो दिन पूर्व वह पटना के कंकड़बाग स्थित बीजीबी अस्पताल पहुंचा। चिकित्सक ने जांच के बाद बाईं किडनी में पथरी की बात कहते हुए सर्जरी कराने को कहा। स्वजनों की सहमति पर ऑपरेशन हो गया, लेकिन इसके बाद तकलीफ बढ़ गई। पता चला कि चिकित्सक ने बाईं की बजाय दाईं किडनी का ऑपरेशन कर उसे निकाल दिया है।

भाई के अनुसार डॉक्टर ने बताया कि ऑपरेशन गलत हो गया है। इसके बाद स्वजन हंगामा करने लगे। स्थानीय लोग भी जमा हो गए। पुलिस के पहुंचने पर अस्पताल प्रबंधन ने दूसरे बड़े अस्पताल में अपने खर्च पर इलाज कराने की बात कह समझौता कर लिया।

घटना की बाबत बीजीबी हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. पीके जैन कहते हैं कि युवक की दोनों किडनी में स्टोन थे और पेशाब के साथ खून आ रहा था। जांच में सिर्फ बाईं ओर दिक्कत का पता चला। सर्जरी के समय दाईं किडनी में भी पथरी दिखी। किडनी में नलियों का गुच्छा उलझने से खून बंद नहीं हो रहा था। ऐसे में जान बचाने के लिए किडनी निकालनी पड़ी, जिसे स्वजनों को सौंप दिया गया। उन्‍होंने माना कि गलती तो हुई है, लेकिन स्वजनों की सहमति के बाद युवक के इलाज का पूरा खर्च अस्पताल प्रशासन वहन करेगा। कोई विवाद अब नहीं है।

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