Lockdown Bihar: आप्रवासी श्रमिकों को ले चिराग का नीतीश को पत्र, सुनिश्‍चित करें बेहतर सुविधाएं

Lockdown Bihar बहार से आ रहे तथा बिहार में क्‍वारंटाइन सेंटरों में रह रहे आप्रवासी श्रमिकों की समस्‍याओं को ले चिराग पासवान ने सीएम नीतीश को पत्र लिखा है। इसमें क्‍या है जानिए।

By Amit AlokEdited By: Publish:Tue, 12 May 2020 09:35 AM (IST) Updated:Tue, 12 May 2020 03:03 PM (IST)
Lockdown Bihar: आप्रवासी श्रमिकों को ले चिराग का नीतीश को पत्र, सुनिश्‍चित करें बेहतर सुविधाएं
Lockdown Bihar: आप्रवासी श्रमिकों को ले चिराग का नीतीश को पत्र, सुनिश्‍चित करें बेहतर सुविधाएं

पटना, स्‍टेट ब्यूरो। लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार के आप्रवासी श्रमिकों को हो रही परेशानी के संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में क्वारंटाइन सेंटर में आप्रवासियों की समस्याओं का भी जिक्र किया है।

दूसरे राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों से सीधा संवाद करे नीतीश

चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि उनका यह आग्रह है कि जिन राज्यों में बिहार के आप्रवासी श्रमिक फंसे हैं, वहां के मुख्यमंत्रियों से वे सीधा संवाद करें। वे यह सुनिश्चित करें कि वहां रह रहे बिहारी श्रमिकों को जब तक लाया नहीं जाता, तब तक उनके रहने व खाने की उचित व्यवस्था की जाए।

केंद्र के साथ साझा की जाए बाहर फंसे श्रमिकों की सूची

चिराग पासवान ने यह भी कहा कि बाहर के राज्यों में फंसे श्रमिकों को बिहार आने के लिए निबंधन कराने में भी काफी परेशानी हो रही है। पंजीकरण के लिए जो हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, उनमें अधिकांश नंबरों पर संपर्क नहीं हो रहा है। पंजीकरण नहीं होने की वजह से उन श्रमिकों को यहां आने की इजाजत नहीं मिल रही है। विभिन्न राज्य में फंसे श्रमिकों की सूची बिहार को केंद्र सरकार के साथ साझा करनी चाहिए।

श्रमिकों को क्‍वारंटाइन सेंटर में मिले बेहतर सुविधा

चिराग पासवान ने बिहार आ चुके श्रमिकों की स्थिति का भी जिक्र किया। उन्‍होंने क्‍वारंटाइन सेंटर में उन्‍हें बेहतर सुविधाएं देने की भी बात रखी।

लॉकडाउन में अनेक समस्‍याओं से जूझ रहे श्रमिक

विदित हो कि लाफकडाउन के दौरान बाहर फंसे आप्रवासी श्रमिकों की बीते कुछ दिनों से बिहार वापसी हो रही है। उनके लिए स्‍पेशल ट्रेनें चलाई जा रहीं हैं। बिहार आने पर उन्‍हें जांच के बाद क्‍वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। इसके बावजूद बाहर से बिहार पहुंचने तक श्रमिकों को अनेक समस्‍याएं झेलनी पड़ रहीं हैं। चिराग पासवान इन समस्‍याओं के निदान की बात कर रहे हैं।

chat bot
आपका साथी