KK Pathak: 13 फरवरी को विधानसभा के बाहर प्रदर्शन का एलान, नियोजित शिक्षकों की इस घोषणा के बाद शिक्षा विभाग ने उठाया बड़ा कदम

KK Pathak सक्षमता परीक्षा के विरोध में धरना-प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों के लिए नया फरमान जारी किया गया है। शिक्षा विभाग की तरफ से कहा गया है कि ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। इस संबंध में सोमवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने सभी जिलाधिकारियों को दिया। बता दें कि सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण होने के लिए नियोजित शिक्षकों को तीन विकल्प दिये गये हैं।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Tue, 06 Feb 2024 11:03 AM (IST) Updated:Tue, 06 Feb 2024 11:03 AM (IST)
KK Pathak: 13 फरवरी को विधानसभा के बाहर प्रदर्शन का एलान, नियोजित शिक्षकों की इस घोषणा के बाद शिक्षा विभाग ने उठाया बड़ा कदम
केके पाठक के शिक्षा विभाग ने जारी किया फरमान

HighLights

  • शिक्षा विभाग ने जिलाधिकारियों को दिया प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश
  • आइपीसी की धारा-186 एवं 187 के तहत कार्रवाई को अधिकृत किये गये हर जिले के डीएम

राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में सक्षमता परीक्षा के विरोध में धरना-प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों पर कठोर कार्रवाई होगी। ऐसे शिक्षकों को चिन्हित कर उन पर प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश शिक्षा विभाग की ओर से सभी जिलाधिकारियों को दिया गया है।

इस संबंध में सोमवार को माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने सभी जिलाधिकारियों को दिया। निदेशक ने अपने निर्देश में सभी जिलाधिकारी से कहा है कि सक्षमता परीक्षा का विरोध करने वाले शिक्षकों के खिलाफ आईपीसी की धारा-186 एवं धारा 187 तथा अन्य सुसंगत धाराओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएं।

धरना-प्रदर्शन में शामिल होने वाले शिक्षकों को चिन्हित करते हुए उनके खिलाफ विभागीय नियमावली के तहत अनुशासनिक कार्यवाही भी प्रारंभ की जाए।

13 फरवरी को विधानसभा के समक्ष प्रदर्शन करने की घोषणा

जिलाधिकारियों को दिये गये निर्देश में माध्यमिक शिक्षा निदेशक स्पष्ट किया है कि विभिन्न माध्यमों से सूचना मिली है कि नियोजित शिक्षकों की तरफ से सक्षमता परीक्षा का बहिष्कार करने एवं 13 फरवरी को विधानसभा के समक्ष प्रदर्शन करने की घोषणा की गयी है।

चूंकि 13 फरवरी को विद्यालय खुले रहेंगे, इसलिए ऐसी स्थिति में शिक्षकों के विद्यालय छोड़ कर ऐसे धरना-प्रदर्शनों में शामिल होने से यह स्पष्ट होगा कि विद्यालयों के शिक्षण कार्य में बाधा उत्पन्न की जा रही है।

जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि यदि आपके जिले में नियोजित शिक्षकों की तरफ से किसी भी प्रकार के धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा जाता है, तो उसे आइपीसी की धारा 141 के तहत अनलाफुल असेंबली मानते हुए आवश्यकतानुसार कार्रवाई की जाये।

परीक्षा 26 फरवरी से 13 मार्च के बीच होनी है

उल्लेखनीय है कि विभिन्न शिक्षक संगठनों ने तय किया है कि नियोजित शिक्षक परीक्षा फॉर्म नहीं भरेंगे तथा सक्षमता परीक्षा का बहिष्कार करेंगे। दरअसल, शिक्षा विभाग ने नियेाजित शिक्षकों को राज्यकर्मी बनाने के लिए उनकी सक्षमता लेने का फैसला किया है।

सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण होने के लिए नियोजित शिक्षकों को तीन विकल्प दिये गये हैं। परीक्षा पास नहीं करने पर उन्हें सेवामुक्त करने की अनुशंसा इससे संबंधित कमेटी द्वारा की जा चुकी है। सक्षमता परीक्षा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा ऑनलाइन (कम्प्यूटर बेस्ड) ली जायेगी।

पहली सक्षमता परीक्षा 26 फरवरी से 13 मार्च के बीच होनी है। इसमें बैठने के लिए एक फरवरी से ही आनलाइन फार्म भरे जा रहे हैं। ऑनलाइन फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 15 फरवरी है।

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