लालू से मिले मांझी, कहा-भाजपा को सत्ता में नहीं आने देंगे, सीटों के बंटवारे पर बात ईद के बाद

हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने लालू से मुलाकात कर कहा कि उनका उद्देश््य भाजपा को सत्ता में आने से रोकना है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 08 Jun 2018 03:05 PM (IST) Updated:Fri, 08 Jun 2018 03:07 PM (IST)
लालू से मिले मांझी, कहा-भाजपा को सत्ता में नहीं आने देंगे, सीटों के बंटवारे पर बात ईद के बाद
लालू से मिले मांझी, कहा-भाजपा को सत्ता में नहीं आने देंगे, सीटों के बंटवारे पर बात ईद के बाद

पटना [जेएनएन]। 2019 में आम चुनाव होने वाले है। ऐसे में किसी भी पार्टी के नेता यदि दूसरे पार्टी के नेता से मुलाकात करते है तो वाजिब है कि वह अपने आप में खबर बनेगी ही।

हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मिलने उनके घर जा पहुंचे। तो यह बात मीडिया में फैल गई। लोग इसे राजनीति और आम चुनाव से जोड़कर देखने लगे। वास्तविकता क्या है इस बात की जानकारी तो आने वाले समय में ही पता चल सकेगा। लेकिन फिलहाल मांझी ने बताया कि लालू प्रसाद से उनकी यह मुलाकात मात्र औपचारिक है। वह लालू प्रसाद का हाल चाल जानने के लिए उनके घर गए हुए थे। गौर हो कि चारा घोटाला मामले में सजा भुगत रहे लालू प्रसाद को इलाज के लिए छह हफ्ते का प्रोविजनल बेस मिला हुआ है। और वह पिछले दिनों ही अपना हार्ट का चेकअप करवा कर मुंबई से पटना लौटे है। इसके बाद वह किडनी की जांच के लिए बेंगलुरु जाएंगे।

उधर, नेता प्रतिपक्ष व पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के राहुल गाधी से मुलाकात पर माझी बोले कि तीसरा फ्रंट बनाने के लिए तेजस्वी यादव ने राहुल गाधी से मुलाकात की है। तीसरा फ्रंट बनाने के लिए तैयारी हो रही है। मालूम हो कि नई दिल्ली में दोनों नेताओं के बीच करीब 40 मिनट तक कई मुद्दों पर बातचीत भी हुई, जिसमें बिहार के सियासी हालात एवं महागठबंधन के सामने आने वाली चुनौतिया शामिल हैं। इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनता से किए गए वादों को मुद्दा बनाने पर सहमति जताई। माझी ने कहा कि जनता मोदी सरकार से त्रस्त हो चुकी है। महंगाई, किसानों के मुद्दे, भ्रष्टाचार, अपराध सब चरम पर है। दलितों और पिछड़ों पर अपराध हमले कम नहीं हो रहा है। अब भाजपा को दोबारा सरकार में नहीं आने दिया जाएगा। महागठबंधन को एकजुट करके बिहार में भाजपा-जदयू को शिकस्त देना मात्र उनका उद्देश्य है। बिहार में महागठबंधन के तीनों दल एकजुट हैं और सीटों के मुद्दे पर राजग के घटक दलों की तरह कोई विवाद नहीं है। राजद-काग्रेस और हम के नेता ईद के बाद सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर विमर्श करने वाले हैं। कमेटी बनने के बाद सीटों के बंटवारे पर निर्णय होगा।

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