डीजल की बढ़ती कीमत से पटना की थोक मंडी में असर, रोजमर्रा की चीजों की कीमतों में हुई वृद्धि

डीजल की कीमत में वृद्धि होने की वजह से ट्रक और पिकअप वाले किराया अधिक ले रहे हैं। नतीजा यह कि इसका असर फल सब्जी खाद्यान्न सहित अन्य जिंसों पर अब दिखाई देने लगा है। एक रुपये से ढाई रुपये प्रति किलो तक कीमतों में वृद्धि दर्ज हो चुकी है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Wed, 07 Jul 2021 01:02 PM (IST) Updated:Wed, 07 Jul 2021 01:02 PM (IST)
डीजल की बढ़ती कीमत से पटना की थोक मंडी में असर, रोजमर्रा की चीजों की कीमतों में हुई वृद्धि
पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमत का असर हर चीज पर। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, दिलीप ओझा। पेट्रोल के साथ डीजल की कीमत में भी लगातार वृद्धि का असर अब बाजार पर भी दिखाई देने लगा है। पेट्रोल 102.01 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है, जबकि डीजल 94.76 रुपये प्रति लीटर के ऐतिहासिक सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया है। खास तौर से डीजल की कीमत में वृद्धि होने की वजह से ट्रक और पिकअप वाले किराया अधिक ले रहे हैं। नतीजा यह कि इसका असर फल, सब्जी, खाद्यान्न सहित अन्य जिंसों पर अब दिखाई देने लगा है। एक रुपये से ढाई रुपये प्रति किलो तक कीमतों में वृद्धि दर्ज हो चुकी है। जाहिर है इससे आम आदमी का बजट तेजी से बिगड़ेगा।

फल मंडी

फल मंडी में विभिन्न जगहों से फल आते हैं। हर जगह का किराया बढ़ चुका है। थोक फल मंडी बाजार समिति के व्यवसायी राकेश कुमार ने कहा कि पिछले साल उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से ट्रक (10 टन लदान क्षमता) 45 हजार रुपये में आता था, अब 54 हजार रुपये देना पड़ रहा है। धीरे-धीरे किराया लगातार बढ़ रहा है। भागलपुर से पिकअप (2 टन लदान क्षमता) 8000 रुपये में आता था, लेकिन अब इसका किराया 10,000 रुपये हो गया है। इसकी वजह से हर तरह के फल एक से दो रुपये तक महंगे हो गए हैं।

सब्जी मंडी

सब्जी मंडी में भी डीजल में आई महंगाई असर दिखाई दे रहा है। मीठापुर सब्जी मंडी के थोक व्यवसायी संजय कुमार ने कहा कि नासिक से प्याज 400 रुपये प्रति क्विंटल मंगाते थे, अब इसके लिए 500 रुपये देना पड़ रहा है। एक रुपये प्याज का मूल्य सिर्फ डीजल महंगा होने के कारण बढ़ा है। बिहार शरीफ से पिकअप 3000 रुपये में आता था, जो 3500 रुपये मांग रहा है। सब्जियों की कीमत भी एक से डेढ़ रुपये प्रति किलो तक बढ़ गई है।

जिंस मंडी

मारूफगंज किराना व्यवसायी संघ के संरक्षक बसंत लाल गोलवारा ने कहा कि साल भर पहले पांच रुपये प्रति किलो जहां से जिंस आते थे अब वहां का किराया 7.50 रुपये प्रति किलो हो गया है। किराया ड्योढ़ा होगा तो जिंसों की कीमत में भी वृद्धि होगी। किसी भी तरह का अनाज हो उसकी कीमत साल भर में ढाई रुपये प्रति किलो सिर्फ डीजल महंगा होने की वजह से बढ़ी है।

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