शर्मसार खाकी: शराब तस्करों से साठ-गांठ में कहीं नपे पुलिसकर्मी तो कहीं पूरा थाना

बिहार में शराबबंदी के बाद भी शराब की तस्करी जारी है और पुलिस की मदद से शराब तस्कर कामयाब हो रहे हैं। हालांकि इसका पता चलने पर पुलिसवालों पर भी कार्रवाई की जा रही है। जानिए....

By Kajal KumariEdited By: Publish:Fri, 26 Oct 2018 08:55 AM (IST) Updated:Fri, 26 Oct 2018 08:55 AM (IST)
शर्मसार खाकी: शराब तस्करों से साठ-गांठ में कहीं नपे पुलिसकर्मी तो कहीं पूरा थाना
शर्मसार खाकी: शराब तस्करों से साठ-गांठ में कहीं नपे पुलिसकर्मी तो कहीं पूरा थाना

पटना [जेएनएन]। जक्कनपुर थाने में तैनात जवान की शराब तस्कर से फोन पर सौदा करने के मामले में उसे सस्पेंड कर दिया। लेकिन, राजधानी में यह कोई नया मामला नहीं है। पुलिस और शराब तस्करों की साठ-गांठ में थानेदार से लेकर पूरा थाना ही नप चुका है। इसके बावजूद शराब तस्करों से पैसे लेकर तस्करी की छूट देने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा। 

धंधेबाजों का साथ देने में नप गया पूरा थाना 

फरवरी 2017 में शराब माफिया से साठगांठ के सबूत मिलने पर तत्कालीन डीआइजी ने जोनल आईजी ने निर्देश पर बेउर थाना प्रभारी सहित 29 पुलिसकर्मियों को एक ही दिन लाइन हाजिर कर दिया। लाखों रुपए लेकर एक ट्रक शराब छोडऩे की डील हो रही थी।

इस बात की सूचना और वीडियो रिकॉर्डिंग डीआइजी तक पहुंच गई थी। मई 2017 में ही एक निजी अस्पताल में शराब पार्टी और अन्य जगहों पर शराब बेचने को लेकर जक्कनपुर थाने में तत्कालीन थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया। थाने में तैनात मुंशी समेत सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया था। 

पैसे लेकर थाने से ही छोड़ देते शराबी 

19 मई 2018 को गया एसएसपी ने चाकंद थाना प्रभारी को तीन लाख रुपए घूस लेते गिरफ्तार कर लिया था। घूस लेकर शराब लदे ट्रक को छोडऩा था। कार्रवाई के बावजूद रुपए लेकर शराब और शराबी छोडऩे का दौर जारी है। 28 मार्च 2017 को गौरीचक थाने के मुंशी का शराबी को छोडऩे के लिए घूस लेते वीडियो वायरल हो गया।

एसएसपी मनु महराज ने जांच के बाद मुंशी को सस्पेंड कर दिया। कुछ दिन बाद ही एसकेपुरी थाने में तैनात एएसआई को शराब पीने वाले को पैसे लेकर छोडऩे के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया। 

पुलिस घेराबंदी से भी भाग जाते है तस्कर 

इतना ही नहीं पटना पुलिस शराबबंदी के कई ट्रक शराब जब्त कर चुकी है और सैकड़ों लोगों को शराब तस्करी और शराब पीने के मामले में जेल भी भेज चुकी है। अस्सी फीसद मामलों में पुलिस ट्रक चालक और खलासी को गिरफ्तार कर सकी है। अब तक पुलिस की रिकॉर्ड में 14 बड़े शराब माफिया है, जिनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी।

इसी साल बिहटा के अमराहा-कंचनपुर मार्ग  पर घेराबंदी कर लकड़ी के बीच पुलिस ने शराब की खेप बरामद किया। ट्रक में लकड़ी के बीच शराब लाई जा रही थी। पुलिस सिर्फ एक युवक को गिरफ्तार कर सकी, जबकि ट्रक में दस लोग सवार थे। 

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