गिरिराज का विपक्ष पर निशाना: देश का माहौल बिगाड़ रहे राहुल, मुसलमानों को भड़काने में लगे ओवैसी

सीएए एनआरसी व एनपीए पर आंदोलन एवं बयानबाजी के बीच गिरिराज सिंह ने विपक्ष पर निशाना साधा है। उन्‍होंने विपक्ष खासकर राहुल गांधी व असदुद्दीन ओवैसी को लेकर क्‍या कहा जानिए यहां।

By Amit AlokEdited By: Publish:Mon, 30 Dec 2019 05:19 PM (IST) Updated:Tue, 31 Dec 2019 11:10 PM (IST)
गिरिराज का विपक्ष पर निशाना: देश का माहौल बिगाड़ रहे राहुल, मुसलमानों को भड़काने में लगे ओवैसी
गिरिराज का विपक्ष पर निशाना: देश का माहौल बिगाड़ रहे राहुल, मुसलमानों को भड़काने में लगे ओवैसी

पटना [जेएनएन]। नागरिकता संशोधन कानून (CAA), राष्‍ट्रीय नागरिक रजिस्‍टर (NRC) व राष्‍ट्रीय जनसंख्‍या रजिस्‍टर (NPA) को लेकर देश में विरोध-प्रदर्शन (Protest) व विवाद (Controversy) थमने का नाम नहीं ले रहे। इन्‍हें लेकर पक्ष-विपक्ष में बयानबाजी (Tug of War) भी जारी है। ताजा मामला केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) के बयान का है। समाचसर एजेंसी एएनआइ (ANI) से सोमवार को बातचीत में उन्‍होंने कहा है कि राहुल गांधी सहित (Rahul Gandhi) विपक्ष (Opposition) देश में स्‍वतंत्रता के ठीक पहले वाली स्थिति लाना चाहता है। उन्‍होंने असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) पर भी मुसलमानों को भड़काने का आरोप लगाया।

1947 के ठीक पहले वाले हालात पैदा करना चाहते राहुल

गिरिराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी और टुकड़े-टुकड़े गैंग (Tukde Tukde Gang) के सदस्‍य देश में 1947 के ठीक पहले वाले हालात (Pre Independence Situation) पैदा करना चाहते हैं। अभी वे एनपीआर व एनआरसी को लेकर देश को अस्थिर कर रहे हैं। वे देश को तोड़ना चाहते हैं, लेकिन देश की जनता उनके मंसूबों पर पानी फेर देगी।

मुसलमानों को भड़काने में लगे असदुद्दीन ओवैसी

गिरिराज सिंह ने इस मुद्दे पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) सुप्रीमो व हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddion Owaisi) को भी आड़े हाथेां लिया। उन्‍होंनेे कहा कि अगर कोई देश के संविधान (Constitution) को बड़ा खतरा पैदा कर रहा है तो वे असदुद्दीन ओवैसी है। वे मुसलमानों को भड़का रहे हैं।

सीएए का संसद में पारित होने के पहले से हो रहा विरोध

विदित हो कि  सीएए के संसद में पारित होने के पहले से इसका विरोध हो रहा है। अब यह कानून लागू हो चुका है। देश में सीएए, एनआरसी व एनपीए के खिलाफ लगातार आंदोलन हो रहे हैं। सीएए 31 दिसंबर 1914 को या पहले पाकस्तिान, बांगलादेश या अफगानिस्‍तान से भारत आने वाले हिंदू, ईसाई, सिख, बौद्ध व पारसी श्‍ारणार्थियों को नागरिकता देने की बात करता है। इसमें मुसलमान शरणार्थियों का जिक्र नहीं है। 

chat bot
आपका साथी