पालीगंज में ऑटो और सूमो विक्टा में भीषण टक्कर, पाच युवकों की मौत
पालीगंज-किंजर मुख्य पथ पर धोखहरा गाव के समीप रविवार की देर रात अनियंत्रित टाटा सूमो में टक्कर हो गई।
पटना, पालीगंज। पालीगंज-किंजर मुख्य पथ पर धोखहरा गाव के समीप रविवार की देर रात अनियंत्रित टाटा सूमो ने ऑटो में सामने से ठोकर मार दी। इस घटना में ऑटो पर सवार चार लोग की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने पीएमसीएच में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलने पर सिगोड़ी एवं किंजर थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच की। घटना के बाद चालक वाहन लेकर फरार हो गया। मरने वालों में सिगोड़ी थाना के नदहरी गाव निवासी विकास कुमार (20 वर्ष), नीरज राम (22 वर्ष), सरयुग बिंद (40 वर्ष), कुंदन कुमार एवं अरवल किंजर थाना महरिया के सारदा बिंद (30 वर्ष) के रूप में हुई है। जबकि घायल कुंदन कुमार इलाज के दौरान पीएमसीएच में मौत हो गई।
ग्रामीणों ने बताया कि ऑटो सवार लोग रविवार की देर रात किंजर बाजार से नदहरी गाव लौट रहे थे। नदहरी निवासी नीरज कुमार अपने ऑटो से किंजर बाजार में एक दुकान से सामान लोड कर उतारने जा रहा था। तभी गाव के ही दो अन्य लड़कों को अपने साथ ले लिया। सामान उतारने के बाद सभी नदहरी गांव ऑटो से लौट रहे थे। इसी दौरान महरिया गाव के सारदा बिंद एवं और कुंदन कुमार भी घर आने के लिए ऑटो में बैठ गए। जब ऑटो धोखहरा गाव के समीप पहुंचा तभी पालीगंज से किंजर की ओर जा रही सूमो गाड़ी ने सामने ठोकर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ऑटो हवा में उछल गया। शोर सुनकर आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे काफी मशक्कत के बाद ऑटो में फंसे लोगों को बाहर निकाला। ऑटो सवार 4 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। पुलिस ऑटो जब्त कर थाने ले आई।
पालीगंज बीडीओ चिरंजीवी पाडे और जनप्रतिनिधि लवकुश शर्मा सोमवार को पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और स्वजनों को 20-20 हजार रुपये की नकद राशि दी।
गांव से एक साथ उठी चार अर्थियां
दुर्घटना के बाद सभी युवकों का शव नदहरी गांव पहुंचा। सोमवार को एक साथ गांव से चार अर्थियां उठने पर स्वजन चित्कार कर उठे। महिलाओं के आंसू नहीं थम रहे थे।
गांव में नहीं जले चूल्हे
गांव के चार युवकों की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद पूरे गांव में मातम पसरा रहा। गांव में चूल्हे नहीं जले। पूरे दिन दुर्घटना की ही चर्चा होती रही।
-ऑटो पर सवार किंजर बाजार से दुकान में सामान उतारकर घर नदहरी लौट रहे थे