परीक्षा के पहले दी गई थी नकल की ट्रेनिंग

पटना। केंद्रीय कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की परीक्षा में फर्जीवाड़ा का खुलासा होने के बाद क

By Edited By: Publish:Fri, 09 Oct 2015 01:20 AM (IST) Updated:Fri, 09 Oct 2015 01:20 AM (IST)
परीक्षा के पहले दी गई थी नकल की ट्रेनिंग

पटना। केंद्रीय कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की परीक्षा में फर्जीवाड़ा का खुलासा होने के बाद कई बातें सामने आई हैं। सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि देश के कई राज्यों में हाईटेक तरीके से नकल कर रहे सॉल्वर पकड़े जा चुके हैं। इनकी निशानदेही पर पुलिस छापेमारी कर रही है और पूछताछ भी। लेकिन, नकल की एक ही पद्धति अपनाए जाने से पुलिस भी सकते में है। अब गिरोह का भंडाफोड़ कर गिरोह के सरगना को दबोचने में जुटी छह राज्यों की पुलिस एक दूसरे से संपर्क साधने में जुटी है। पुलिस को शक है कि गिरोह के कुछ लोगों का तार दिल्ली, हरियाणा और बिहार से जुड़ा है। जहां से पूरे देश में एसएससी, बैंक, सिपाही सहित अन्य में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी ढंग से परीक्षा दिलाने का सौदा किया जा रहा है।

एक जैसे थे सभी टी शर्ट

सूत्रों के मुताबिक परीक्षा के दौरान ब्लू टूथ डिवाईस और विशेष चिप के साथ नकल करते पकड़े गए 50 से अधिक सॉल्वर के टी शर्ट हू-ब-हू मिले थे। शर्ट के आधार पर ही पुलिस ने कई सेंटर्स से सॉल्वर को दबोचा था। सूत्रों के मुताबिक पुलिस को पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारियां मिली, जिस पर अनुसंधान चल रहा है। इस दौरान कुछ प्रदेश में पकड़े गए सॉल्वर को शर्ट ऑनलाइन शॉपिंग खरीद कर दिया गया था। ------पुलिस गठित करेगी स्पेशल टीम

बिहार ही नहीं, बंगाल, मध्यप्रदेश, राजस्थान में जहा पुलिस ने कार्रवाई की, वहीं यूपी के मेरठ में एसटीएफ ने आरोपियों को पकड़ा। चार दर्जन से अधिक सॉल्वर और उनके निशानदेही पर कुछ अन्य को पुलिस दबोच चुकी है। रविवार को पकड़े गए सॉल्वर को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है। जबकि दूसरी तरफ कुछ अहम जानकारी मिलने के बाद दूसरे प्रदेश में छापामारी करने के लिए स्पेशल टीम गठित की जा रही है।

परीक्षा से पहले नकल की ट्रेनिंग

परीक्षा केंद्र पर चौकसी और चेकिंग के बावजूद मोबाइल के कुछ जरूरी पार्ट, ब्लू टूथ और चिप लेकर जाने और आसानी से प्रश्न का उत्तर मिलने की जानकारी पहले से दी जाती थी। पुलिस को शक है कि गिरोह के लोगों द्वारा परीक्षा के पहले बकायदा नकल की ट्रेनिंग दी गई होगी। जिसके लिए क्लास लगाई जाती थी और किस तरह से नकल करना है साथ ही क्लास रूम में किस तरह डिवाईस का उपयोग करना है पूरे तरीके बताए गए।

एसएमएस में था सवाल का जवाब

दूसरे राज्यों के पुलिस से संपर्क करने पर मालूम हुआ कि भोपाल में कमला नेहरू स्कूल के सेंटर से पकड़ा गया प्रदीप शर्मा 2.15 मिनट पर परीक्षा कक्ष में आया था जबकि परीक्षा दो बजे शुरू हो चुकी थी। सेंटर पर मोबाइल जैमर था, इसलिए उसका मोबाइल काम नहीं कर रहा था, पर उसके मोबाइल में 2.10 बजे रिसीव हुआ एक एसएमएस था, जिसमें 30 सवालों के जवाब कोड वर्ड में थे।

कहीं पेपर तो लीक नहीं हो गया?

नकल के तौर-तरीके से यह शक बढ़ गया है कि कहीं पेपर तो लीक नहीं हो गया था। क्योंकि डिवाइस के जरिए नकल कराने वाले कुछ सॉल्वर से पेपर के सेट का कोड पूछते थे। जिसकी जानकारी प्रतियोगी संकेत के जरिए देता था। इसके बाद क्रमवार पेपर हल कराने की प्रक्रिया शुरू हो जाती थी।

कोट---------

दूसरे राज्यों से भी संपर्क किया जायेगा। गिरोह का बड़ा नेटवर्क है। रविवार को पकड़े गए सॉल्वरों से पूछताछ के बाद कई अहम जानकारी मिली है। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। जरूरत पड़ी तो पुलिस की स्पेशल टीम दूसरे राज्य में जायेगी।

विकास वैभव, एसएसपी

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