आंसुओं को बनाया हथियार, धोखेबाज NRI पतियों के खिलाफ बंद कमरे से जारी है जंग

इन महिलाओं ने धोखेबाज एनआरआइ पतियों के खिलाफ बंद कमरे से जंग छेड़ रखी है। इस जंग में सोशल मीडिया उनका प्रमुख हथियार बना है।

By Ravi RanjanEdited By: Publish:Wed, 04 Apr 2018 09:00 AM (IST) Updated:Thu, 05 Apr 2018 10:18 AM (IST)
आंसुओं को बनाया हथियार, धोखेबाज NRI पतियों के खिलाफ बंद कमरे से जारी है जंग
आंसुओं को बनाया हथियार, धोखेबाज NRI पतियों के खिलाफ बंद कमरे से जारी है जंग

पटना [रोशन कुमार राहुल]। पटना की सुजाता एनआरआइ पति से धोखा खाने वाली पहली लड़की नहीं हैं, पर हर किसी में ऐसा हौसला नहीं होता। उन्होंने आंसुओं को अपनी ताकत बना लिया और अपने जैसी पीड़ित लड़कियों का संबल बन गई। सभी ने अब साथ मिलकर धोखेबाज एनआरआइ पतियों के खिलाफ जंग छेड़ दी है। बिना शोर किए इनकी यह जंग जारी है। सोशल मीडिया पर इसे भरपूर समर्थन मिल रहा है। इनकी बात अब सरकार और महिला आयोग जैसी संस्थाओं तक सीधे पहुंच रही है।

बढ़ती जा रही पीड़िताओं की संख्या
सुजाता ने इस मुहिम की शुरुआत की और उनका हौसला देख विभिन्न राज्यों की 40 लड़कियां इस मुहिम में शामिल हो चुकी हैं। कारवां बढ़ रहा है और उसी के साथ समर्थन-सहयोग भी। इससे चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आ रहे हैं। विदेश में बसे या एनआरआइ लड़के से शादी करने का मतलब जीवन सुखी हो जाने की गारंटी कतई नहीं है। देश के विभिन्न हिस्सों में ऐसी पीड़िताओं की संख्या कम नहीं है, बल्कि बढ़ती जा रही है। सुजाता की यह पहल लड़कियों और उनके माता-पिता को सावधान करती भी नजर आती है। 

शादी के चौथे दिन ही पति ने छोड़ा साथ
मूलरूप से बिहार के समस्तीपुर जिले की रहने वाली पोस्ट ग्रेजुएट सुजाता बताती है, उनकी शादी 10 दिसंबर 2015 को पटना के राजेंद्र नगर निवासी अनिताभ कमल से हुई। शादी के दो दिन बाद अनिताभ मॉस्को चले गए और इधर ससुराल वालों ने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। आजिज आकर वह मायके चली गई। इसके बाद अनिताभ ने उनसे नाता तोड़ लिया।

धोखाधड़ी से पीड़ित लड़कियों का बनाया मंच
सुजाता ट्विटर पर एनआरआइ पतियों के धोखे से पीड़ित लड़कियों को एक मंच पर जोड़ रही हैं। सब लड़कियां इस मंच पर एक-दूसरे को मानसिक संबल देती हैं। धोखेबाजी का शिकार बनी कुछ लड़कियां विदेश में ही फंसी हुई हैं। पति ने कानूनी लड़ाई में उन्हें उलझा दिया है। सुजाता बताती हैं, हमारी लड़ाई महिला आयोग तक पहुंच गई है। 27 मार्च को आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। लड़कियों की मांग है कि धोखा देने वाले एनआरइआइ पतियों के पासपोर्ट जब्त किए जाएं।

हिमाचल की ऋतु भी लड़ रहीं लड़ाई
सुजाता की इस लड़ाई में हिमाचल प्रदेश की पालमपुर की ऋतु भी शामिल हैं। ऋतु बताती हैं, 2013 में अमेरिका के अटलांटा में रहने वाले संजय सिंह से उनकी शादी हुई थी। वादा किया, वीजा बनते ही अटलांटा ले जाएंगे, मगर जब वीजा तैयार हुआ तो उन्होंने दहेज की मांग रख दी। ऋतु अपनी लड़ाई कोर्ट लेकर पहुंची। कोर्ट ने संजय को हाजिर होने के लिए समन भेजा मगर इसके बावजूद वह नहीं आए।

लखनऊ की जैदी खुद बनी वकील
लखनऊ की जुबी जैदी की जिंदगी भी एनआरआइ लड़के से शादी के बाद नर्क हो गई। लखनऊ के आइटी कॉलेज की टॉपर जैदी की शादी 2014 में आबूधाबी में कारोबार करने वाले सैयद अली मुर्तजा उर्फ समर से हुई। जब जुबी आबूधाबी पहुंची तो पता चला कि राजा पहले से शादीशुदा है और उसके बच्चे भी हैं। कहती हैं, किसी तरह जान बचाकर भारत वापस आईं। यहां खुद वकील बनकर कोर्ट में अपनी लड़ाई लड़ रही हूं। जुबी की मांग है कि सरकार ऐसी करतूतें करने वाले एनआरआइ के खिलाफ सख्त कानून लाए। उनके पासपोर्ट जब्त किए जाएं।

पंजाब की परविंदर भी ठगी की शिकार
पंजाब के लुधियाना की परिवंदर कौर से हरियाणा के सिंदर सिंह ने 2016 में शादी की। दरअसल सिंदर सिंह का पासपोर्ट किन्हीं कारणों से रद हो गया था। उसने दिमाग लगाया कि ऐसी लड़की से शादी की जाए, बाद में जिसका वीजा इस्तेमाल कर विदेश जाया जा सके।

हालांकि शादी के कुछ दिनों बाद सिंदर की पोल खुल गई। जिसके बाद उसने परविंदर से कोई संपर्क नहीं किया। दिल्ली एम्बेसी ने उसे कई बार इंडिया बुलाया। इसके बावजूद वह नहीं आ रहा है।

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