Bihar Assembly Election 2020 : राजनीतिक दलों के बाद निर्वाचन आयोग एक्टिव मोड में, बूथों का सत्यापन शुरू
बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां अब परवान चढऩे लगी हैं। राजनीतिक पार्टियों के साथ ही अब निवार्चन आयोग भी धीरे-धीरे एक्टिव मोड में आ गया है। तेज हो गई है चुनावी प्रक्रिया।
पटना, जेएनएन। बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां अब परवान चढऩे लगी हैं। राजनीतिक पार्टियों के साथ ही अब निवार्चन आयोग भी धीरे-धीरे एक्टिव मोड में आ गया है। विभाग की ओर से चुनावी प्रक्रिया तेज कर दी गई है। मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर दिए गए आदेश के बाद अब इवीएम के प्रति निर्वाचन आयोग ने गंभीरता दिखाई है। इस बाबत पिछले 48 घंटे में निर्वाचन आयोग ने खुद को चुनाव के लिए तैयार कर लिया है। विभागीय अधिकारियों की बैठक के बाद आयोग ने जिलों के डीएम-एसपी से भी बात की। बूथों का सत्यापन का काम शुरू हो गया है।
निर्वाचन आयोग की मानें तो बिहार के तमाम जिलों में सभी 72 हजार बूथों के भौतिक सत्यापन का कार्य शुरू कर दिया गया है। 21 जून तक इन्हें पूरा करने का निर्देश दिया गया है। कोरोना संकट व फीजिकल डिस्टेंसिंग को देखते हुए संभव है कि इस बार बूथों को बढ़ाया भी जा सकता है। पिछले दिनों सीएम नीतीश कुमार ने भी बूथों की संख्या बढाने पर जोर दिया था।
इधर, गुरुवार को निर्वाचन आयोग के साथ बैठक बाद शुक्रवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) एचआर श्रीनिवास ने सभी डीएम-एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इस दौरान सीइओ ने मतदान केंद्रों, चुनाव संबंधित आपराधिक मामलों की जांच पूरी करने और इवीएम को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। आयोग ने पिछले लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के दौरान घटित आपराधिक वारदात संबंधित मामलों को त्वरित करने का निर्देश दिया। आयोग ने जिलों में इवीएम को मंगाने, सभी बूथों का फीजिकल इन्स्पेंक्शन सहित अन्य कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने की ओर ध्यान आकृष्ट किया।
बता दें कि बिहार में राजनीतिक पार्टियां भी चुनावी मोड में आ गई है। एनडीए में शामिल बीजेपी, जदयू लोजपा के साथ ही महागठबंधन में शामिल राजद, कांग्रेस, रालोसपा, हम व वीआइपी ने अपनी-अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। इतना ही नहीं, वामदल के साथ ही जाप नेता भी सरकार पर राजनीतिक हमले शुरू कर दिए हैं।