ट्रिपल मर्डर: तलाक के कागजात पर साइन करने के 4 दिन बाद पति के साथ लंदन गई थीं पत्नी
पटना में मंगलवार की सुबह ट्रिपल मर्डर की गुत्थी उलझती ही जा रही है। पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों पहलुओं पर जांच कर रही है।
पटना, जेएनएन। राजधानी के किदवईपुरी स्थित मकान संख्या 46 (सर्राफ निवास) में रहस्यमयी मौतों के प्रकरण में सनसनीखेज जानकारी हासिल हुई है। पुलिस की जब्ती सूची में तलाक के जो कागज कोर्ट में भेजे गए हैं, उसके अनुसार दस्तावेजों पर दस्तखत करने के चार दिन बाद कारोबारी निशांत सर्राफ की पत्नी अलका परिवार के साथ लंदन टूर पर गई थीं। अधिकारिक सूत्रों की मानें तो अलका ने 16 मई को तलाक के फॉर्म पर हस्ताक्षर किया था। इसके बाद 20 मई को पति निशांत सर्राफ, बेटी अनन्या और बेटे इशांत के साथ लंदन टूर पर गई थीं।
फॉर्म पर अलका के अधिवक्ता का नाम नहीं लिखा था। इसलिए पुलिस उनसे संपर्क नहीं कर सकी। उसपर एक कॉलम में तीन लाइन अंग्रेजी में लिखा था कि 'मैं निजी कारणों से पति से तलाक लेना चाहती हूं।' इसके अलावा कुछ नहीं लिखा। यदि अधिवक्ता से पुलिस की बात होती तो दंपती के रिश्तों में आई खटास का पता चल पाता। केस नंबर भी दर्ज नहीं था। इससे स्पष्ट है कि अब तक तलाक के कागजात कोर्ट में दायर नहीं हुए थे।
निजी मसलों पर बात करने गए थे देश से बाहर
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, निजी मसलों पर बात करने के लिए ही दंपती देश से बाहर गए थे। निशांत और अलका के फेसबुक पर पब्लिक पोस्ट में लंदन की तस्वीरें अपलोड नहीं की गई थीं, जबकि उन्होंने दुबई ट्रिप की फोटो डाली थीं। उन तस्वीरों में सबकुछ ठीक लग रहा था। कोलकाता में दायर करती तलाक की अर्जी? पुलिस को तलाक का जो फॉर्म मिला है, वैसा फॉर्म पटना व्यवहार न्यायालय में अर्जी दायर करने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाता। अधिवक्ताओं की मानें तो पटना सिविल कोर्ट में सादे कागज पर कंप्यूटर से टाइप आवेदन जमा की जाती है।
कोलकाता में रहते हैं अल्का के घर वाले
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अलका तलाक का कागज कोलकाता कोर्ट में जमा करने वाली होंगी, क्योंकि उनके घरवाले वहीं रहते हैं। हालांकि, अब तक की छानबीन में अलका के परिजनों ने किसी तरह के विवाद की बात नहीं कही है। एफएसएल की रिपोर्ट में टिकी निगाहें पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट पर पुलिस ने मान लिया है कि घटना मंगलवार की सुबह पांच से सात बजे के बीच हुई थी।
समुचित रिपोर्ट आने के बाद पता चल पाएगा कि निशांत ने अलका, अनन्या और इशांत को नींद अथवा बेहोशी की दवा तो नहीं दी थी? बहरहाल, पुलिस की निगाहें अभी एफएसएल की रिपोर्ट पर टिकी है, जिससे अनुमान लगाना सहज होगा कि निशांत ने पहली गोली किसको और कैसे मारी थी।
फॉर्म पर अलका के अधिवक्ता का नाम नहीं लिखा था। इसलिए पुलिस उनसे संपर्क नहीं कर सकी। उसपर एक कॉलम में तीन लाइन अंग्रेजी में लिखा था कि 'मैं निजी कारणों से पति से तलाक लेना चाहती हूं।' इसके अलावा कुछ नहीं लिखा। यदि अधिवक्ता से पुलिस की बात होती तो दंपती के रिश्तों में आई खटास का पता चल पाता। केस नंबर भी दर्ज नहीं था। इससे स्पष्ट है कि अब तक तलाक के कागजात कोर्ट में दायर नहीं हुए थे।
निजी मसलों पर बात करने गए थे देश से बाहर
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, निजी मसलों पर बात करने के लिए ही दंपती देश से बाहर गए थे। निशांत और अलका के फेसबुक पर पब्लिक पोस्ट में लंदन की तस्वीरें अपलोड नहीं की गई थीं, जबकि उन्होंने दुबई ट्रिप की फोटो डाली थीं। उन तस्वीरों में सबकुछ ठीक लग रहा था। कोलकाता में दायर करती तलाक की अर्जी? पुलिस को तलाक का जो फॉर्म मिला है, वैसा फॉर्म पटना व्यवहार न्यायालय में अर्जी दायर करने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाता। अधिवक्ताओं की मानें तो पटना सिविल कोर्ट में सादे कागज पर कंप्यूटर से टाइप आवेदन जमा की जाती है।
कोलकाता में रहते हैं अल्का के घर वाले
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अलका तलाक का कागज कोलकाता कोर्ट में जमा करने वाली होंगी, क्योंकि उनके घरवाले वहीं रहते हैं। हालांकि, अब तक की छानबीन में अलका के परिजनों ने किसी तरह के विवाद की बात नहीं कही है। एफएसएल की रिपोर्ट में टिकी निगाहें पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट पर पुलिस ने मान लिया है कि घटना मंगलवार की सुबह पांच से सात बजे के बीच हुई थी।
समुचित रिपोर्ट आने के बाद पता चल पाएगा कि निशांत ने अलका, अनन्या और इशांत को नींद अथवा बेहोशी की दवा तो नहीं दी थी? बहरहाल, पुलिस की निगाहें अभी एफएसएल की रिपोर्ट पर टिकी है, जिससे अनुमान लगाना सहज होगा कि निशांत ने पहली गोली किसको और कैसे मारी थी।
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