बिहार में बाढ़ का खतरा: 11 जिलों में बारिश्‍ा का अलर्ट, कोसी-गंगा में उफान, बागमती खतरे का निशान पार

उत्तर बिहार व सीमावर्ती नेपाल की नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से लगातार बारिश हाे रही है। इससे बिहार में नदियों का जल-स्तर तेजी से बढ़ रहा है।

By Amit AlokEdited By: Publish:Wed, 10 Jul 2019 06:04 PM (IST) Updated:Thu, 11 Jul 2019 10:31 PM (IST)
बिहार में बाढ़ का खतरा: 11 जिलों में बारिश्‍ा का अलर्ट, कोसी-गंगा में उफान, बागमती खतरे का निशान पार
बिहार में बाढ़ का खतरा: 11 जिलों में बारिश्‍ा का अलर्ट, कोसी-गंगा में उफान, बागमती खतरे का निशान पार
पटना [जेएनएन]। बिहार में आग उगलते आसमान व लू के बाद अब भारी बारिश व बाढ़ की आहट सुनाई दे रही है। सूबे की नदियों के जलस्तर मेें लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जल संसाधन विभाग के अनुसार नदियों के जलस्तर में लगातार बढऩे के ट्रेंड़ है। कोसी में उफान है। पटना में भी गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। गंडक व सोन में भी तेजी दिख रही है। शिवहर में बागमती खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
उत्तर बिहार व सीमावर्ती नेपाल की नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में पिछले पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। सरकार ने संवेदनशील स्थलों पर कड़ी निगरानी का निर्देश दिया है। जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों को भी अलर्ट कर दिया है। इस बीच बारिश को लेकर मौसम विभाग ने पांच दिनों के लिए अब तक का हैवी अलर्ट जारी किया है।
11 जिलों में तेज बारिश की आशंका
मौसम विभाग के अनुसार 11 से 14 जुलाई के बीच किशनगंज, कटिहार, अररिया, सीवान, समस्तीपुर, गोपालगंज, दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर,पूर्वी चम्पारण समेत 11 जिलों में तेज बारिश की आशंका है। भारी बारिश के कारण नदियों के जलस्तर तेजी से बढ़ने की आशंका है।
बागमती खतरे के निशान से ऊपर
गुरुवार को शिवहर होकर बहने वाली बागमती में उफान आ गया है। जल-स्तर खतरे के निशान से 36 सेंटीमीटर ऊपर है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट माेड में है। तटबंधों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। सुरक्षा को लेकर हर किलोमीटर एक होमगार्ड जवान की तैनाती की गई है।
कोसी में लगातार बढ़ोतरी

जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार कोसी के जलस्तर में बढ़ोतरी लगातार जारी है। सुपौल में लगातार बारिश के कारण कोसी का जल-स्‍तर बढ़ रहा है। बुधवार को कोसी बराज से एक लाख 10 हजार 240 क्यूसेक पानी छोड़ा गया  है। इसके पहले मंगलवार की सुबह बराह में डिस्‍चार्ज 77000 क्यूसेक था जो लगातार बढ़ते हुए दो बजे 84375 क्यूसेक तक पहुंच गया था। वीरपुर बराज के समीप भी कोसी के डिस्चार्ज में लगातार बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। वीरपुर में सुबह आठ बजे कोसी का डिस्चार्ज 84910 क्यूसेक पर था जो दो बजे बढ़कर 91440 क्यूसेक पर पहुंच गया था।
तीव्र गति से बढ़ रहा गंडक का डिस्चार्ज, सोन में भी तेजी
गंडक के डिस्चार्ज में बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। वाल्मीकिनगर बराज पर सुबह छह बजे गंडक का डिस्चार्ज 40 हजार क्यूसेेक था जो दोपहर दो बजे 56000 क्यूसेक पर पहुंच गया। सोन के डिस्चार्ज के संबंध में बताया गया कि इंद्रपुरी बराज पर सुबह छह बजे सोन का डिस्चार्ज 44982 क्यूसेक था जो दोपहर दो बजे 46662 क्यूसेक पर पहुंच गया।
गंगा का जल स्तर भी बढ़ रहा
गंगा के जलस्तर में भी लगातार बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। पटना के दीघा में सोमवार को गंगा का जलस्तर 43.95 मीटर था जो मंगलवार को बढ़कर 44.29 मीटर पर पहुंच गया। बुधवार को भी जलस्तर में बढ़ोतरी के ट्रेंड है। वैसे पटना के गांधी घाट पर सोमवार की तुलना में गंगा के जलस्तर में बहुत अधिक बढ़ोतरी दर्ज नहीं हुई है। गांधी घाट में मंगलवार को जलस्तर 43.79 मीटर था जबकि सोमवार को यह 43.44 मीटर पर था।
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