मस्ट :: ट्रेड यूनियनों के अधिकारों में कटौती मंजूर नहीं

जागरण संवाददाता, पटना : ट्रेड यूनियनों के अधिकारों में कटौती की साजिश चल रही है। बैंक

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Feb 2017 03:04 AM (IST) Updated:Fri, 24 Feb 2017 03:04 AM (IST)
मस्ट :: ट्रेड यूनियनों के अधिकारों में कटौती मंजूर नहीं
मस्ट :: ट्रेड यूनियनों के अधिकारों में कटौती मंजूर नहीं

जागरण संवाददाता, पटना : ट्रेड यूनियनों के अधिकारों में कटौती की साजिश चल रही है। बैंकों में लागू श्रम कानून अधिकारों को भी कम किया जा रहा है। दूसरी ओर आउटसोर्सिग की प्रथा को स्थायी रूप दिया जा रहा है। यूनियन बैंक अधिकारी संघ की बिहार इकाई के महासचिव प्रियरंजन कुमार, चेयरमैन वीरेंद्र कुमार, यूनियन बैंक इम्प्लाइज यूनियन के महासचिव जेपी दीक्षित, बिहार स्टेट यूनियन बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन के महासचिव केपी सिंह ने कहा कि इसके विरुद्ध बैंकों में 28 फरवरी को हड़ताल तय है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस की ओर से नोटबंदी के दौरान अधिक काम करने वाले बैंककर्मियों को क्षतिपूर्ति, ग्रेच्युटी सीमा को समाप्त करने, बैंकों में निदेशकों की नियुक्ति, केंद्रीय कर्मियों की तर्ज पर पेंशन देने, बैंकों में आगामी वेतन संशोधन की प्रक्रिया शुरू करने, अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति करने, सभी संवर्गो में खाली पदों को भरने, बैंकों में पांच दिनों का कार्यदिवस लागू करने, एनपीए की सख्ती के साथ वसूली करने जैसी मांगों के विरुद्ध हड़ताल का आह्वान किया गया है। उधर, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ. कुमार अरविंद ने कहा है कि जानबूझकर बैंकों का कर्ज न देने वालों के विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए। बिहार प्रोविंशियल बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन के सचिव संजय तिवारी ने कहा है कि हड़ताल को सफल बनाने के लिए सभी यूनियनें सक्रिय हो गई हैं।

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