CoronaVirus Lockdown: कोरोना की ऐसी की तैसी, इससे नहीं डरते बिहार के चोर, जानिए कारनामा
CoronaVirus Lockdown बिहार के चोर बेखौफ होते हैं तभी तो वे कोरोना से भी नहीं डरते। छपरा जिले में चोरों ने आइसोलेशन वार्ड से एक विदेशी नागरिक का लैपटॉप वीजा वगैरह सबकुछ चुरा लिय़ा।
सारण, जेएनएन। बिहार के चोर इतने बेखौफ होते हैं कि उन्हें कोरोना का भी डर नहीं होता। तभी तो छपरा सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड (Isolation ward) में एक चोर घुस गया और एक विदेशी नागरिक का मोबाइल, लैपटॉप और पासपोर्ट वीजा सब लेकर गायब हो गया। आइसोलेशन वार्ड में चोरी की घटना की जानकारी मिलते ही हंगरी के इस शख्स ने जमकर हंगामा किया।
मौके पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है और सदर अस्पताल के सीसीटीवी (CCTV) को खंगाला गया तो उसमें एक संदिग्ध की तस्वीर भी कैद हुई है जो लैपटॉप लेकर बाहर जा रहा है।
इस घटना को लेकर सबसे बड़ा सवाल यह है कि कोरोना संदिग्धों के लिए बने आइसोलेशन वार्ड में चोर कैसे घुस गया, जबकि सदर अस्पताल में 24 घंटे सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी रहती है और जिस विदेशी नागरिक का सामान चोरी हुआ है वह हंगरी का रहने वाला है और उसको 14 दिन के क्वारेंटाइन में रखा गया है। हालांकि उसमें किसी तरह के संक्रमण की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
सिविल सर्जन माधवेश्वर झा ने बताया कि सदर अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में ऊपरी मंजिल पर बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हंगरी के नागरिक का एक लैपटॉप तथा अन्य सामानों की चोरी अज्ञात चोरों ने गुरुवार की रात को कर लिया। इस घटना के बाद से अस्पताल प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन की बेचैनी बढ़ गई है और हंगरी के नागरिक की सामान की चोरी करने वाले चोर की तलाश में पुलिस जुट गयी है । ब
ताया जाता है कि 10 दिनों पहले लॉक डाउन की अवधि में मांझी में घूमते हुए हंगरी के नागरिक को पुलिस ने पकड़ा था और एहतियात के तौर पर उसे जांच के लिए सदर अस्पताल लाया गया था। चिकित्सकों ने जांच रिपोर्ट आने तक उसे आइसोलेशन वार्ड में रखने की सलाह दी थी । उसकी कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट चार दिनों पहले ही निगेटिव आई है,लेकिन लॉक डाउन लागू रहने के कारण अस्पताल द्वारा उसे छुट्टी नहीं दी गईऔर अस्पताल में ही रखा गया है।
इसी बीच हुई चोरी की इस घटना से विदेशी नागरिक काफी दुःखी है । मजे की बात यह है कि सदर अस्पताल के आपात कालीन कक्ष में सीसीटीवी कैमरा भी लगा हुआ है तथा सुरक्षाकर्मी भी तैनात है। बावजूद इसके चोरी की इस घटना ने अस्पताल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। फिलहाल पुलिस को इस मामले में कोई सुराग नहीं मिला है और इसकी जांच चल रही है।