Bihar CoronaVirus Update: पटना में घर-घर होने जा रहा है कोरोना का सर्वेक्षण, फिर बढ़ेंगे कंटेनमेंट जोन

Patna CoronaVirus Update पटना में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन सक्रिय हो गया है।राजधानी में अभी 10 से अधिक कंटेनमेंट जोन हैं। जिला प्रशासन ने रोगियों की बढ़ती संख्या देखते हुए सिविल सर्जन से आंकड़े मांगे हैं।

By Edited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 07:00 AM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 07:59 AM (IST)
Bihar CoronaVirus Update: पटना में घर-घर होने जा रहा है कोरोना का सर्वेक्षण, फिर बढ़ेंगे कंटेनमेंट जोन
कोरोना संक्रमण की जांच। प्रतीकात्‍मक फाइल तस्‍वीर।

पटना, जेएनएन। Patna CoronaVirus Update विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) तथा पर्वों आदि से मुक्ति मिलने के बाद अब पटना जिला प्रशासन के अधिकारी दोबारा कोरोना (CoronaVirus) की रोकथाम को लेकर सक्रिय हो गए हैं। बुधवार को जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग से हाल में संक्रमित हुए लोगों की जानकारी मांगी है ताकि उनके मोहल्लों की बैरीकेडिंग करा, आसपास के लोगों के घरों का सर्वे करा आशंकितों की जांच कराई जा सके। बताते चलें कि मतगणना तक जिले में 27 कंटेनमेंट जोन थे, जिसकी संख्या अब घटकर दस रह गई है। करीब 15 दिनों से संक्रमितों के इलाके की बैरीकेडिंग का काम धीमा हो गया था।

15 दिन कोरोना को रोकने की चुनौती

दिल्ली समेत आधा दर्जन से अधिक राज्यों में कोरोना के बेकाबू होने की जानकारी के बाद मुख्य सचिव ने खुद रोकथाम की कमान संभाल ली है। आने वाले 15 दिन तक कोरोना संक्रमितों की संख्या को बढऩे से रोकने पर प्रदेश काफी हद तक सुरक्षित हो जाएगा, ऐसा अधिकारियों का मानना है। ऐसे में संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रधान सचिव स्वास्थ्य से लेकर सभी जिलों के अधिकारी सक्रिय हो गए हैं।

कांटैक्ट हिस्ट्री वालों की हो रही थी जांच

प्रदेश में यकायक कोरोना संक्रमितों की संख्या कम होने और अधिकारियों के चुनाव, पर्व आदि कार्यों में व्यस्त रहने के कारण बैरीकेडिंग, पूरे क्षेत्र की जांच और घर-घर सर्वे का काम बंद हो गया था। इसका कारण स्वास्थ्य विभाग ने कर्मचारियों के चुनाव व पर्वों में व्यस्त रहना बताया था। इस बीच जांच संख्या में भी भारी कमी हुई थी।

संक्रमितों के आसपास के सभी घरों का सर्वे

पटना की सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी सिंह ने कहा कि कोरोना की रोकथाम को जांच संख्या बढ़ाने के साथ जिला प्रशासन के सहयोग से मास्क पहनने को बाध्यकारी बनाने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है। आज से संक्रमितों के आसपास के सभी घरों के सर्वे करा कर आशंकितों की जांच कराई जाएगी। बिना लक्षण वाले संक्रमितों की पहचान के लिए आरटी-पीसीआर विधि से जांच का लक्ष्य भी बढ़ाया गया है।

chat bot
आपका साथी