चिराग पासवान का बड़ा बयान, बिहार में होंगे मध्यावधि चुनाव, मेरे राजनीतिक ओहदे से डरे नीतीश कुमार

चिराग पासवान ने कहा है कि मेरे पिता की मौत के बाद मेरे राजनीतिक ओहदे से भयभीत होकर नीतीश कुमार ने अपना पूरा राजनीतिक अनुभव मेरे परिवार को तोड़ने में लगा दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में जल्द ही मध्यावधि चुनाव होगा।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Thu, 08 Jul 2021 06:30 PM (IST) Updated:Thu, 08 Jul 2021 06:30 PM (IST)
चिराग पासवान का बड़ा बयान, बिहार में होंगे मध्यावधि चुनाव, मेरे राजनीतिक ओहदे से डरे नीतीश कुमार
जीरोमाइल गोलंबर पर राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने जाते सांसद चिराग पासवान।

जागरण संवाददाता, बेगूसराय : मेरे पिता रामविलास पासवान कभी भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सहज नहीं थे। वैचारिक मतभेद के कारण ही उन्होंने कभी राजनीतिक गठबंधन नहीं किया। मेरे पिता की मौत के बाद मेरे राजनीतिक ओहदे से भयभीत होकर नीतीश कुमार ने अपना पूरा राजनीतिक अनुभव मेरे परिवार को तोड़ने में लगा दिया। चाचा पशुपति कुमार पारस सिर्फ मंत्री पद हासिल करने की लालच में न सिर्फ परिवार को अलग करने का काम किया, बल्कि पार्टी को तोड़ने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। उक्त बातें जमुई सांसद सह लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने आशीर्वाद यात्रा के दौरान बेगूसराय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहीं।

लोजपा के समर्थक मेरे साथ खड़े

सांसद चिराग ने कहा कि पशुपति कुमार पारस भले ही पांच सांसदों के साथ अलग होकर अपने मंत्री बनने की जिजीविषा को पूरा किया, परंतु लोजपा के समर्थक आज भी पार्टी के साथ खड़े हैं। 

सवर्ण वोटरों की कोई कद्र नहीं करते नीतीश

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रदेश के सवर्ण वोटरों की कोई कद्र नहीं करते हैं इसलिए बुधवार को हुए कैबिनेट मंत्रिमंडल के विस्तार में अपने एक करीबी सवर्ण सांसद के मंत्री बनने में रोड़ा अटका दिया। उन्होंने पशुपति कुमार पारस को मंत्री बनाने के लिए सांसद ललन सिंह की बलि चढ़ा दी।

आशीर्वाद यात्रा में मिल रहा अपार जन समर्थन

चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में बहुत जल्द मध्यावधि चुनाव होंगे। उन्होंने कहा कि आशीर्वाद यात्रा के दौरान उन्हें अपार जन समर्थन मिल रहा है। मौके पर लोजपा जिला अध्यक्ष प्रेम पासवान, प्रदेश के नेता संजय पासवान, पार्टी के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र विवेक, इंदिरा देवी आदि मौजूद थे। बता दें कि पिछले साल नवंबर में संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव में भी चिराग पासवान सीएम नीतीश कुमार पर हमलावर थे। वे अपनी सभी रैलियों में जदयू का वोट न देने की बात कर रहे थे। इसके साथ ही उन्होंने जनता से अपील की थी कि जब भी जदयू का को प्रत्याशी वोट मांगने आएं तो उनसे पांच साल का हिसाब मांगिए। 

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