भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य आज, अस्ताचलगामी सूर्य की आराधना करेंगी व्रतियां; चैती महापर्व को लेकर सजे गंगा घाट

रविवार को खरना के साथ व्रतियों ने 36 घंटे का निराहार चैती छठ व्रत शुरू किया। छठ महापर्व का पहला अर्घ्य सोमवार को दिया जाएगा। मंगलवार को उदय होते सूर्य को दूसरे अर्घ्य के साथ महापर्व का समापन होगा। घाटों पर तैयारियां अतिम चरण में है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Mon, 27 Mar 2023 08:45 AM (IST) Updated:Mon, 27 Mar 2023 08:45 AM (IST)
भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य आज, अस्ताचलगामी सूर्य की आराधना करेंगी व्रतियां; चैती महापर्व को लेकर सजे गंगा घाट
चैती छठ पर श्रद्धालुओं के लिए तैयार दीघा पाटीपुल घाट l जागरण

पटना, जागरण संवाददाता। चैती छठ के दूसरे दिन रविवार को व्रतियों ने खरना का व्रत किया। सोमवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को चैती छठ का पहला अर्घ्य अर्पित किया जाएगा। वहीं, मंगलवार को उदय होते सूर्य को चैती छठ का दूसरा अर्घ्य दिया जाएगा। खरना के दिन व्रतियों ने दिनभर उपवास रखा। शाम को व्रती गंगा तट पहुंचकर नदी की पावन धारा में स्नान किया। स्नान के बाद भगवान भास्कर को जल अर्पित किया गया।

इसके बाद कई व्रतियों ने नदी के तट पर ही रोटी एवं खीर का प्रसाद बनाकर ग्रहण किया। काफी संख्या में छठ व्रतियों ने अपने-अपने घरों में भी खरना का प्रसाद बनाकर ग्रहण किया। व्रतियों को प्रसाद ग्रहण करने के बाद परिवार के अन्य लोगों ने प्रसाद लिया। प्रसाद-खाने एवं खिलाने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा।

राजापुर स्थित सिया बिहारी कुंज ठाकुरबाड़ी के महंत पंडित नागेंन्द्र दास का कहना है कि छठ महापर्व में शुद्धता एवं पवित्रता का विशेष महत्व है। कल शाम को व्रती फल एवं पकवानों से अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करेंगे। रविवार को व्रतियों को गंगा किनारे जाने का सिलसिला दोपहर बाद ही शुरू हो गया।

गंगा किनारे के मोहल्लों से व्रती पैदल ही नदी तट पहुंच रहे थे। वहीं दूर से आने वाले व्रती अपने-अपने वाहनों से नदी किनारे पहुंच रहे थे। पैदल आने वाले व्रतियों के साथ काफी संख्या में परिवार के अन्य लोग भी शामिल थे। रविवार को गंगा का किनारा दोपहर से ही छठी माई के गीतों से गूंजने लगा था। यहां आने वाले व्रतियों ने सबसे पहले आम की दातुन से मुंह धोया। उसके बाद नदी की धारा में स्नान किया।

आयुक्त ने जाना छठ घाटों का हाल

चैती छठ के लिए की गई प्रशासनिक तैयारियों का जायजा रविवार को प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि ने जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी राजीव मिश्रा के साथ लिया। गंगा नदी किनारे बने छठ घाटों को देखा। बैरिकेडिंग, साफ-सफाई, रोशनी एवं संपर्क पथों के साथ ही अन्य इंतजामों की जानकारी ली। शाम करीब छह बजे दीघा पाटीपुल घाट से शुरू कर गेट नंबर 93 घाट, गेट नंबर 88 घाट, गांधी घाट होते हुए पटना ला कॉलेज घाट तक सभी घाटों पर अधिकारियों ने निरीक्षण किया।

डीएम ने की खतरनाक घाटों पर न जाने की अपील

डीएम ने बताया कि 76 घाटों पर पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मुस्तैद रहेंगे। खतरनाक एवं अनुपयुक्त 21 घाटों पर भी निगरानी की जा रही है। आयुक्त ने कहा कि दंडाधिकारी एवं पुलिस अधिकारी विनम्र भाव लेकिन दृढ़ता से विधि-व्यवस्था संधारण करेंगे। किसी तरह की सूचना जिला नियंत्रण कक्ष (दूरभाष संख्या 0612-2219810/2219234) एवं आपात सेवा के नंबर 112 पर दी जा सकती है। आयुक्त ने बैरिकेडिंग और साइनेज ठीक रखने को कहा। लोग खतरनाक घाट पर नहीं जाएं, इसका ध्यान रखें। निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर, आयुक्त के सचिव प्रीतेश्वर प्रसाद भी थे।

महापौर ने छठ घाट पर तैयारियों का जायजा लिया

महापौर सीता साहू ने रविवार को चैती छठ घाट का निरीक्षण किया। महापौर ने महेंद्रू गंगा पथ घाट से महेंद्रू गंगा तट घाट को नहीं जोड़ने पर अभियंता और संवेदक को तलब किया। उन्होंने कहा कि समय रहते रास्ता का निर्माण करना चाहिए था। महापौर ने महेंद्रूघाट आने वाले व्रतियों से कलेक्ट्रेट घाट के पास से गंगा घाट जाने की अपील की। महापौर ने सभी घाटों पर वाहन पार्किंग की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। महापौर ने बांकीपुर अंचल में सबसे पहले ला कालेज घाट पहुंचीं। इस घाट पर काई को नाव लगाकर हटवाने का निर्देश दिया। कलेक्ट्रेट और महेंद्रू गंगा तट के बगल में वाहन पार्किंग की तारीफ की।

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