Budget session of Bihar Legislature: विधानसभा अध्यक्ष का उर्दू में संबोधन, निकाले जा रहे सियासी मायने
Budget session of Bihar Legislature बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के पहले दिन विधानसभा अध्यक्ष ने उर्दू में संबोधित किया। इसी दौरान दो विधायकाें ने लाहौल विला कूवत कह दिया।
पटना, राज्य ब्यूरो। Budget Session of Bihar Legislature: बिहार विधानमंडल के बजट सत्र का आगाज सोमवार को हुआ। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने अपना संबोधन पूरी तरह से उर्दू में किया। नागरकता संशोधन कानून (CAA), राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) व राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) को लेकर विपक्ष (Opposition) द्वारा सरकार (Government) को घेरने की कवायद के बीच राजनीतिक गलियारे में उनके उर्दू (Urdu) के सियासी मतलब निकाले जा रहे हैं। संबोधन के दौरान सत्ता पक्ष के दो विधायकों द्वारा 'लाहौल विला कूवत' कहने से विपक्ष भड़क गया। हालांकि, जब तक संबोधन समाप्त हो गया।
पहले भी कर चुके उर्दू में संबोधन
विधानसभा अध्यक्ष कहते हैं- यह कोई पहला मौका नहीं है कि विधानसभा सत्र के दौरान उन्होंने अपना संबोधन उर्दू में किया है। इसके पहले भी उर्दू में संबोधन कर चुके हैैं। उन्होंने कहा-जम्हूरियत यानी लोकतंत्र में अवाम ही इक्तिदारे आला (संप्रभु)होती है। अपने इस इख्तियार और ताकत का इस्तेमाल वह अपने नुमाइंदे के जरिए करती है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने शनिवार को दो कार्यक्रमों में कहा था कि जनता मालिक है और बिहार में एनआरसी नहीं लागू होगा। एनपीआर में भी वह पुरानी व्यवस्था को ही चाहते हैैं। विधानसभा बजट सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने भी यह कहा कि जम्हूरियत में अवाम ही इक्तिदारे आला (संप्रभु) होती है। विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी कहा कि जाहिरी तौर पर अवाम की उम्मीद होती है कि हम उसके फलाहो बहबूद (कल्याण) के लिए कानूनसाजी (कानून बनाएं) करें। उसके मफाद (लाभ) में मंसूबों की अमल-आवरी (क्रियान्वयन) करें। उन्होंने कहा कि हम जितनी संजीदगी से मशविरा और बहस-मुवाहिसा करेंगे, उतना ही पुरअसर अवामी मफाद के नतीजे आएंगे।
लाहौल विला कूवत पर हो गया हंगामा
जिस समय विधानसभा अध्यक्ष का उर्दू में संबोधन चल रहा था उस वक्त राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के एक-दो विधायकों ने 'लाहौल विला कूवत' कह दिया। यह सुनते ही भाकपा (माले) के महबूब आलम और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के ललित यादव विरोध करते हुए वेल में पहुंच गए। आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दो विधायकों ने यह कहा था। विरोध के क्रम में ही विधानसभा अध्यक्ष का संबोधन समाप्त हो गया।