सुबह किया सेलेक्ट, शाम में कहा-गलती हो गई

बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (बीसीईसीई) ने पीजीएमएसी की काउंसिलिंग में धांधली।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 May 2017 01:34 AM (IST) Updated:Sat, 20 May 2017 01:34 AM (IST)
सुबह किया सेलेक्ट, शाम में कहा-गलती हो गई
सुबह किया सेलेक्ट, शाम में कहा-गलती हो गई

पटना। बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (बीसीईसीई) ने पीजीएमएसी की काउंसिलिंग में सुबह जिन मेडिकल छात्रों को सेलेक्ट किया, उन्हें शाम होने पर ये कहकर रिजेक्ट कर दिया कि ऐसा गलती से हो गया था। ऐसी आपबीती डॉ. नीरज सहित दर्जनों मेडिकल छात्रों ने शुक्रवार को प्रधान सचिव डीएस गंगवार को सुनाई।

छात्रों ने कहा कि नियम के विरुद्ध बीसीईसीई मेडिकल पीजी की सीटों को आवंटित कर रहा है। प्रधान सचिव ने छात्रों को आश्वस्त किया कि काउंसिलिंग नियम के अनुरूप ही होगी।

डॉ. नीरज कुमार सिंह ने बताया कि पीजी में नामांकन के लिए सुबह 11 बजे उनका सेलेक्शन किया गया। मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यो के सामने उनके कागजात, फोटोग्राफ आदि की जांच की गई। एलॉटमेंट लेटर भी टाइप हो गया। फाइनल लेटर लेने के लिए उन्हें बाद में आने को कहा गया मगर चार घंटे बाद ही उन्हें बीसीईसीई से कॉल आया कि आपका सेलेक्शन गलती से हो गया है। यह सीट कैटेगरी को आंवटित करनी है। डॉ. नीरज ने अधिकारियों को बताया कि यह आवंटित सीट मेरिट वाले छात्रों का है। इस पर अधिकारियों ने विभाग से संपर्क करने को कहा।

एमआरटी को लेकर फंसा पेंच

पीजीएमएसी-2017 की पहली काउंसिलिंग में मेधा सूची की एमआरटी (मेरिटोरियस रिजर्व कैटेगरी) सीटें खाली होने के बाद सामान्य वर्ग के छात्रों को आवंटित नहीं की गई। इसी का विरोध सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी कर रहे हैं। विरोध कर रहे छात्रों का कहना है कि इससे 50 फीसद की सीमा से अधिक सीटें आरक्षित हो गई हैं। प्रधान सचिव को दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि सामान्य वर्ग की सीटें मेरिट के आधार पर ही आवंटित हो।

मेडिकल छात्रों ने जताया विरोध

प्रधान सचिव और अन्य वरीय पदाधिकारियों से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर शुक्रवार को मेडिकल छात्रों ने नया सचिवालय के पास हाथ में तख्ती लेकर विरोध जताया। डॉ. रमन कुमार ने बताया कि आरक्षण का कोई विरोध नहीं कर रहा है, लेकिन मेरिट वाली सीटों पर सेटिंग का विरोध किया जा रहा है।

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