सुशील मोदी का बड़ा बयान-लालू के बेटों पर जल्द होगी कानूनी कार्रवाई

भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा है कि लालू यादव अपने मंत्री पुत्रों को बचाने में लगे हैं, लेकिन अब जल्द ही उनके बेटों पर कानूनी कार्रवाई होगी।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Tue, 27 Jun 2017 09:12 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jun 2017 09:29 PM (IST)
सुशील मोदी का बड़ा बयान-लालू के बेटों पर जल्द होगी कानूनी कार्रवाई
सुशील मोदी का बड़ा बयान-लालू के बेटों पर जल्द होगी कानूनी कार्रवाई

पटना [जेएनएन]। भाजपा नेता सुशील मोदी ने आज पटना में आयोजित संवददाता सम्मेलन में बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि लालू के बेटों पर जल्द ही कानूनी कार्रवाई होगी। लालू यादव सत्ता का संरक्षण लेकर अपने बेटों को बचाने में लगे हैं, लेकिन अब एेसा होने वाला नहीं है।

उन्होंने कहा कि लालू यादव को खुद पता नहीं कि उनके पास कितनी संपत्ति है। लालू की संपत्ति के बारे में दो ही लोग जानते हैं, एक भोला यादव और दूसरे शक्ति सिंह।

 विवेक इस्तेमाल कर विधायक-सांसद दें कोविंद को वोट

इससे पहले सोमवार को सुशील मोदी ने कहा था कि एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार व बिहार के पूर्व राज्यपाल रामनाथ कोविंद को राजद-कांग्रेस के विधायक और सांसद अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए मतदान करें।उन्होंने कहा कि जब कोविंद की जीत सुनिश्चित है तो ऐसे में हारी हुई बाजी पर अपना मत बर्बाद करने का कोई औचित्य नहीं है।

 लालू में गठबंधन तोड़ने की हिम्मत नहीं

मीरा कुमार को दलित की बेटी बताने वाले लालू प्रसाद लाख गिदड़भभकियां दें, गठबंधन तोड़ने की उनमें हिम्मत नहीं हैं। जदयू कोई भी डेडलाइन तय करें लालू प्रसाद मुख्यमंत्री का अपमान करने वाले अपने बयानवीरों पर कार्रवाई नहीं करने वाले हैं। 

कांग्रेस ने पहले भी दिया था धोखा

सुमो ने कहा कि दलित विरोधी कांग्रेस ने 1969 में राष्ट्रपति के लिए जगजीवन राम का नाम उछाला मगर बाद में उन्हें धोखा देकर बी वी गिरि को अपना उम्मीदवार बना दिया वरना जगजीवन राम उसी समय राष्ट्रपति बन गए होते। ऐसे में राजद और कांग्रेस के विधायकों और सांसदों को एक बार पुनर्विचार करना चाहिए। 

गठबंधन टूटने से घाटे में रहेंगे लालू 

भाजपा नेता ने कहा कि लालू प्रसाद को मालूम है कि अगर गठबंधन टूटता है तो सर्वाधिक नुकसान हजार करोड़ की बेनामी सम्पति के मामले में घिरे उनके बेटों व परिवार को होने वाला है। अपने बेटों को बचाने के लिए उन्हें राज्य सरकार का संरक्षण चाहिए। ऐसे में राजद के गरजने वाले बादल (प्रवक्ता) कभी बरसेंगे नहीं। अकेले चुनाव लड़ने की हिम्मत भी उम्रदराज व अक्सर बीमार रहने वाले लालू प्रसाद में अब नहीं है। 

हर एक व्यक्ति यह जानता है कि लालू प्रसाद के इशारे पर रघुवंश प्रसाद सिंह और भाई वीरेन्द्र बयानबाजी कर मुख्यमंत्री का अपमान कर रहे हैं। ऐसे में जदयू कोई भी डेडलाइन तय करें लालू प्रसाद प्रवक्ताओं पर कार्रवाई क्यों करेंगे?

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