पटना में किसान आंदोलन के मंच से बोले नेता- पंजाब और बिहार को लड़ाना चाहते हैं भाजपा के लोग

एमएसपी का सवाल केवल बड़े किसानों का नहीं छोटे को भी भुगतना पड़ेगा पटना में बोले भाकपा माले के नेता दीपंकर तीन कृषि कानूनों के खिलाफ भाकपा (माले) अखिल भारतीय किसान महासभा व खेग्रामस ने महापंचायत का आयोजन किया 26 मार्च के भारत बंद को ऐतिहासिक बनाने की अपील

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Fri, 19 Mar 2021 06:29 AM (IST) Updated:Fri, 19 Mar 2021 08:22 AM (IST)
पटना में किसान आंदोलन के मंच से बोले नेता- पंजाब और बिहार को लड़ाना चाहते हैं भाजपा के लोग
पटना में किसान आंदोलन के मंच पर मौजूद नेता। जागरण

पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics: तीन कृषि कानूनों (New Agriculture Act) के खिलाफ गुरुवार को राजधानी स्थित गेट लाइब्रेरी परिसर में भाकपा (माले), अखिल भारतीय किसान महासभा व खेग्रामस ने महापंचायत का आयोजन किया। महापंचायत में बड़ी संख्या में किसानों और मजदूरों की सहभागिता रही। महापंचायत में मुख्य वक्ता के रूप में भाकपा (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य (CPI ML General Secretary Deepankar Bhattcharya) मौजूद थे। उन्होंने कहा कि एमएसपी (Minimum Supporting Price, MSP) का मामला केवल बड़े किसानों का नहीं है बल्कि इसका खामियाजा छोटे किसानों को भी भुगतना होगा। देश के हर हिस्से में किसानों को एमएसपी मिलनी चाहिए।

26 मार्च को भारत बंद को सफल बनाने का किया आह्वान

दीपंकर ने कहा कि भाजपा के लोग पंजाब और बिहार को एक दूसरे के विरोध में खड़ा करना चाहते हैं, लेकिन इस महापंचायत ने साफ संदेश दिया है कि बिहार के किसान भी आज मजबूती से खड़े हो चुके हैं। उन्होंने यह आह्वïान किया कि संयुक्त किसान मोर्चा की अपील पर 26 मार्च को आहूत भारत बंद को ऐतिहासिक बनाएं। उन्‍होंने कहा कि एकजुट होकर ही सरकार को जनविरोधी कानून वापस लेने के लिए बाध्‍य किया जा सकता है।

राजद सहित कई दलों के नेता हुए शामिल

पंजाब से आए किसान नेता गुरुनाम सिंह भक्खी ने कहा कि केंद्र सरकार की तमाम बंदिशों को ध्वस्त करते हुए हम पिछले वर्ष के 26-27 नवंबर से दिल्ली सीमा पर जमे हैं। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई केवल पंजाब-हरियाणा के किसानों की नहीं है। यदि हमारी खेती व जमीन ही  कारपोरेट के हवाले हो जाएगी तो हम खाएंगे क्या? महापंचायत में राजद नेता उदय नारायण चौधरी, प्रमुख साहित्यकार प्रेम कुमार मणि, माकपा के राज्य सचिव मंडल के सदस्य गणेश शंकर सिंह, किसान सभा के नेता अशोक कुमार, पूर्व विधायक मंजू प्रकाश, खेग्रामस के राज्य अध्यक्ष सत्यदेव राम व विधायक सुदामा प्रसाद ने भी अपने विचार रखे। संचालन अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बिहार-झारखंड प्रभारी राजाराम सिंह ने किया। 

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