Bihar political Crisis: 105 मिनट में बदल गया बिहार का सियासी समीकरण, RCP की जदयू से विदाई के बाद तेजी से बदली सियासत

Bihar Political Crisis बिहार में 105 मिनट में पूरा सियासी समीकरण बदल गया। मंगलवार की दोपहर जब जदयू की बैठक चल रही थी तो संशय था कि नीतीश कुमार का अगला कदम क्या होगा? बताया जाता है कि आरसीपी की जदयू से विदाई के बाद समीकरण तेजी से बदला।

By Rahul KumarEdited By: Publish:Tue, 09 Aug 2022 09:20 PM (IST) Updated:Tue, 09 Aug 2022 09:20 PM (IST)
Bihar political Crisis: 105 मिनट में बदल गया बिहार का सियासी समीकरण, RCP की जदयू से विदाई के बाद तेजी से बदली सियासत
तेजस्वी यादव, नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह। फाइल फोटो

सुनील राज, पटना । 21 महीने पुरानी सरकार का एनडीए सरकार महज 105 मिनट में भूतपूर्व हो गई। इतना बड़ा बदलाव इतनी छोटी से अवधि में आसानी से होगा, इसका अंदाजा भी नहीं लगाया गया था। मंगलवार की दोपहर जब जदयू की बैठक चल रही थी तो संशय था कि नीतीश कुमार का अगला कदम क्या होगा? पुरानी सरकार के मंत्री बर्खास्त किए जाएंगे या फिर नीतीश राजभवन को अपना इस्तीफा सौपेंगे। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब 3.35 मिनट पर सीएम आवास से निकल राजभवन पहुंचे तो तस्वीर करीब-करीब साफ हो चुकी थी। लोग समझ चुके थे कि बिहार की सत्ता से भाजपा की विदाई हो चुकी है और नीतीश कुमार नई पारी महागठबंधन के साथ शुरू करने जा रहे हैं। 

काफी पहले से मिल रहे थे बदलाव के संकेत

बिहार की राजनीति में बदलाव के संकेत काफी अरसे से मिलने शुरू हो गए थे, लेकिन बदलाव की असल कहानी लिखने की शुरुआत आरसीपी सिंह की जदयू से विदाई और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की प्रेस कांफ्रेंस के साथ शुरू हुई। बावजूद साफ कुछ नहीं था। बदलाव की इसी आहट के बीच सोमवार बीत गया। मंगलवार की सुबह तय था कि आज बिहार में कुछ बड़ा होने वाला है। एक ओर कांग्रेस विधायक दल विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा के आवास पर जुटने लगे तो वहीं राबड़ी आवास पर राजद विधायकों का जुटान शुरू हो गया। कुछ समय ही बीता था कि कांग्रेस, माले, सीपीआइ और सीपीएम विधायक राबड़ी आवास पहुंच गए और महा गठबंधन की बैठक शुरू हो गई। 

नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से चुना गया नेता

दूसरी ओर एक अणे मार्ग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू के तमाम विधायकों के बीच मंत्रणा प्रारंभ हो चुकी थी। दोनों ओर यह बैठक करीब पौने तीन बजे तक चली। तब तक बातें बाहर आने लगी थीं कि जल्द ही नीतीश कुमार राजभवन जाकर अपनी इस्तीफा करेंगे। जैसा अंदाजा लगाया गया ठीक उसी प्रकार नीतीश कुमार 3.35 बजे अणे मार्ग से निकले और राजभवन पहुंचे। यहां उन्होंने राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया। यहां से निकल कर नीतीश कुमार सीधे 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी देवी के आवास पहुंचे। जहां महागठबंधन दल की बैठक हुई जिसमें नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से नेता चुना गया।  

105 मिनट में बदल गया समीकरण

महागठबंधन का नेता चुने जाने के बाद शाम करीब 5.15 बजे नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के साथ कांग्रेस, हम और वाम दलों के नेताओं को साथ लेकर राजभवन पहुंचे और उन्होंने 164 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंप दिया। राज्य नई सरकार गठन की इस पूरी कवायद में करीब 105 मिनट का वक्त लगा। इस अवधि में जहां भाजपा की प्रदेश की सत्ता से विदाई हो गई वहीं महागठबंधन की सरकार का रास्ता भी साफ हो गया।

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